लखनऊ / नई दिल्ली : केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लिए बुधवार को अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है। 2018 की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसद रही है। इससे पिछली तिमाही में 6.3 फीसद रही थी। जीडीपी की इस रफ्तार के बूते भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। इस विकास दर के साथ ही भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी बन गई है। इस तिमाही के दौरान चीन की जीडीपी की रफ्तार 6.8 फीसदी रही थी। आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष (2017-18) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में भारत की जीडीपी 6.3 फीसद और वहीं पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी रही थी। इस तीसरी तिमाही में विशेषज्ञों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा था कि जीडीपी के 6.9 प्रतिशत रहने के आसार हैं। लेकिन सारे आंकलन को पीछे चोड़ते हुए 7.2 फीसद की ग्रोथ रेट ने केंद्र सरकार को बड़ी राहत पहुंचाई है।चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र में बड़ा सुधार देखने को मिला है। इस अवधि के दौरान कृषि ग्रोथ 1.7 से बढ़कर 4.1 फीसद रही। वहीं अगर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की बात करें तो तीसरी तिमाही के दौरान मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 8.1 फीसद रही जो कि सालाना आधार पिछली बार 7 फीसद रही थी।
इससे पहले 2016 में भारतीय जीडीपी में तेज वृद्धि देखने को मिली थी। यह 2016 के आखिरी तीन महीनों के दौरान से तेजी से बढ़ी थी। वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रहा। जीडीपी के इन आंकड़ों से केन्द्र सरकार को राहत पहुंची क्योंकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 5.7 फीसदी थी।