वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको से लगी सभी सीमाओं को बंद करने की धमकी को आखिर पूरा कर दिखाया। मेक्सिको सिटी के तिनुआना के सैकड़ों शरणार्थियों द्वारा सीमा बाड़ तोड़ने की कोशिश करने के बाद अमेरिका ने रविवार को दक्षिण कैलिफोर्निया से लगी मेक्सिको सीमा को बंद कर दिया। कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में अमेरिका के सीमा शुल्क एवं सुरक्षा (सीबीपी) कार्यालय ने ट्विटर पर बताया, उसने सैन डिएगो की सीमा चौकी पर वाहनों की आवाजाही दोनों ओर (उत्तर और दक्षिण) से बंद कर दी है। बता दें कि अमेरिका-मेक्सिको सीमा खुलने के बाद मेक्सिको से बड़ी तादाद में अवैध प्रवासी अमेरिका में घुसने लगे थे।
जब प्रवासियों को को सीमा चौकी से रास्ता नहीं मिला, तो वे पास ही स्थित एक सूखी नहर को पार कर अमेरिकी सीमा के अंदर प्रवेश करने लगे। इस कारण सीमा पर माहौल बिगड़ने लगा। हालात को देखते हुए ट्रंप प्रशासन के निर्देश पर सुरक्षा बलों ने वहां आंसू गैस के गोले दागने पड़े। प्रवासियों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। तिजुआना के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को दोपहर को सीमा पर मेक्सिको की तरफ से लगभग 500 प्रवासियों ने सैन यसिद्रो पोर्ट ऑफ एंट्री के पास पुलिस नाकाबंदी को तोड़ने की कोशिश की। घटना के जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है, उसमें नजर आ रहा है कि प्रवासियों ने जैसे ही सीमा पार करने की कोशिश की, अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
वायरल वीडियो में आंसू गैस के चलते प्रवासी, जिसमें छोटे बच्चे और महिलाएं दोनों शामिल हैं, वे इधर-उधर भागते और चीखते-चिल्लाते देखे जा रहे हैं। इस बीच मेक्सिको ने यह माना है कि सीमा पर प्रवासी हिंसक हो गए थे। मेक्सिको के गृह मंत्रालय ने कहा कि कुछ लोग हिंसक तरीके से अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में अब लोगों की पहचान कर उन्हें वापस मेक्सिको डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। तिजुआना के महापौर कार्यालय ने भी माना है कि कुछ लोगों की हिंसक गतिविधियों के चलते हम अमेरिका से अपने रिश्ते खराब नहीं होने देंगे।