आगरा: प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है। चाहे अलीगढ़ में में मासूम बच्ची को गला घोटकर मारने का मामला हो या या फिर शामली में पत्रकार अमित शर्मा के साथ मारपीट कर उसके मुंह में पेशाब करने का मामला। पत्रकार से मारपीट के मामले में घटना को रफा दफा करने के लिए जीआरपी एसएचओ राकेश कुमार तथा एक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। ये मामले अभी शांत भी नहीं हो पाए हैं कि आगरा से एक और दिल दहलाने वाली खबर आ गई। मुख्य मंत्री अपने अधिकारियों के साथ बैठक करते रह गए और आगरा में हाल ही में निर्वाचित उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष को दिन दहाड़े गोली मर कर मौत के घाट उतार दिया गया।
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष कुमारी दरवेश की दीवानी परिसर में गोली मारी। अध्यक्ष बनने पर स्वागत समारोह के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चैम्बर में बैठी थी। वही पर पूर्व सहयोगी अधिवक्ता मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष को तीन गोली मारी।
इसके बाद खुद को भी मनीष ने दो गोली मारी। उसे सिकंदरा हाइवे स्थित रेनबो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरवेश को पुष्पांजलि अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। एडीजी अजय आनंद समेत अन्य अधिकारी और वरिष्ठ अधिवक्ता मौके पर पहुंचे। हत्या के कारणों का पता नही लग सका है।