
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : शुक्रवार दिनांक 21 मार्च, 2025 को उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा Fire Safety And Risk Management विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन उ0प्र0 जल एंव भूमि प्रबंधन संस्थान, लखनऊ में किया गया। कार्यशाला का आयोजन उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी, पी.वी.एस.एम., ए.वी.एस.एम., वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में किया गया।

कार्यशाला का शुभारम्भ श्रीमती पद्मजा चैहान,आई.पी.एस., ए0डी0जी0, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन का कार्य इन्टीग्रेटेड अप्रोच के आधार पर है जिसमें सभी विभागों के सहयोग एवं समन्वय की आवश्यकता पड़ती है।

कार्यशाला में प्रदेश के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग के मुख्य अग्निशमन अधिकारी, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी, लीडिंग फायरमैन तथा राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय, नागपुर, सहित 100 अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला में अनिमेश सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (मुख्यालय) द्वारा उ0प्र0 अग्निशमन आपात सेवा अधिनियम-2022 पर चर्चा की गई एवं विगत वर्षों में अग्निकांड की केस स्टडी तथा बांसमण्डी जनपद कानपुर अग्निकाण्ड केस स्टडी पर प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की गई। अजय कुमार गुप्ता, कमाण्डेन्ट, अग्निशमन प्रशिक्षण केन्द्र, उन्नाव ने स्कूल, अस्पताल, विभागीय कार्यालय, औद्योगिक क्षेत्र इत्यादि के संवेदनशीलता विश्लेषण और जोखिम न्यूनीकरण पर चर्चा की।यूनीसेफ उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि मनोज कुमार द्वारा समुदाय स्तर पर अग्नि दुर्घटना से तैयारी एवं न्यूनीकरण पर जानकारी दी गयी। मुख्यालय यू0पी0-112 से दिनेश कुमार पुरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) द्वारा अग्नि दुर्घटना में यू0पी0-112 के संचालन एवं कार्य प्रणालियों के बारे में बताया गया। प्रमोद शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (मुख्यालय)द्वारा महाकुम्भ-2025 के दौरान अग्नि आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र पर विस्तृत चर्चा की गयी।
समापन सत्र में उपाध्यक्ष ने समस्त अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के अधिकारियों के लिये यह प्रशिक्षण आत्ममंथन तथा अग्निशमन के कार्यों में आ रही चुनौतियों को स्वीकार करने तथा नागरिकों की सुरक्षा के लिए आगे का मार्ग निर्धारित करने में सहयोगी साबित होगा।
कार्यक्रम का संचालन प्रवीन किशोर, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (ट्रेनिंग) द्वारा किया गया। प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से प्रोजेक्ट एक्सपर्ट (सिस्मोलॉजी) मानवेन्द्र प्रताप सिंह तथा एवं समस्त परियोजना एक्सपर्ट उपस्थित रहे।