
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली / जयपुर : लोकसभा सत्र के दौरान सांसद श्रीमती संजना जाटव द्वारा भारतीय रेलवे पर स्टेशनों के पुनर्विकास/उन्नयन और आधुनिकीकरण के सम्बंध में प्रश्न के सम्बंध में माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे में स्टेशनों का विकास/उन्नयन/आधुनिकीकरण एक सतत और निरन्तर प्रक्रिया है और इस संबंध में कार्य आवश्यकतानुसार किए जा रहे हैं। यह कार्य प्राथमिकता और बजट उपलब्धता के आधार पर किए जाते है। रेलमत्री ने बताया कि कार्यों की स्वीकृति प्रदान करने में स्टेशनों के पुनर्विकास/उन्नयन के लिए छोटे स्टेशनों की तुलना में बडे स्टेशनों को प्राथमिकता दी जाती है। वर्तमान में, भारतीय रेलवे पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का उन्नयन/पुनर्विकास/आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस योजना के तहत भविष्यगामी दृष्टिकोण व आवष्यकताओं को ध्यान में रखकर स्टेशनों के पुनर्विकास की परिकल्पना की गई है।

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और विभिन्न चरणों में उनका क्रियान्वयन करना शामिल है, ताकि स्टेशनों पर प्रदान की जाने वाली सुविधाओं में वृद्वि हो सके। भारतीय रेलवे पर कुल 1337 स्टेशनों को पुनर्विकास/उन्नयन कार्यों के लिए चिन्हित किया गया है जिसमें से 1202 अमृत स्टेशनों पर कार्य प्रगति पर है।
राजस्थान में 85 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य अमृत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। अमृत स्टेशन योजना के अन्तर्गत महत्वपूर्ण स्टेशनों का बडे़ स्तर पर पुनर्विकास का कार्य तेजी से प्रगति पर है। महत्वपूर्ण स्टेशनों पर स्टेशन बिल्डिंग को स्थानीय लोककला के अनुरूप विकसित किया जाना इसकी मूलभूत परिकल्पना में सम्मलित है। इसके साथ ही स्टेशन के अन्दर आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए आगमन और प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है। यात्रियों की सुविधा के लिए रूफ प्लाजा एवं एयर कॉनकोर्स का निर्माण किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए लिफ्ट, एस्कलेटर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, कैफेटेरिया, पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर उर्जा, जल संरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसी व्यवस्थाओं को सम्मिलित किया जाएगा। प्रत्येक स्टेशन को सिटी सेन्टर के रूप में विकसित किया जाएगा जिससे स्टेषन, यात्रियों के साथ-साथ शहर के निवासियों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र बने।

राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित गांधीनगर जयपुर स्टेशन के मुख्य प्रवेष द्वार व द्वितीय प्रवेष द्वारा पर स्टेशन बिल्डिंगों के स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो चुका है एवं फिनिशिंग कार्य प्रगति पर है। स्टेषन पर एयर कॉनकोर्स के गर्डर लॉन्च किए जा चुके हैं और डेक स्लैब डालने का कार्य भी कर लिया गया है। पुनर्विकास कार्य के अन्तर्गत थ्रू रूफ और प्लेटफॉर्म शेल्टर आदि का कार्य किया जा रहा है।
राजस्थान के प्रमुख स्टेशन जयपुर जंक्शन पर द्वितीय प्रवेश पर स्टेषन बिल्डिंग व बेसमेंट का स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो चुका है तथा फुट ओवर ब्रिज, मुख्य प्रवेश पर स्टेशन बिल्डिंग, एयर कॉनकोर्स आदि का कार्य प्रगति पर है।
राजस्थान के भरतपुर स्टेशन पर, प्लेटफॉर्म सरफेसिंग, वेटिंग हॉल, प्लेटफॉर्म शेल्टर, शौचालयों के सुधार सम्बंधी कार्य किए गए है नए यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) बिल्डिंग के निर्माण का काम पूरा हो चुका है। स्टेशन पर नए फुट ओवर ब्रिज, एन्ट्री पोर्च, सर्कुलेटिंग एरिया के विकास से सम्बंधित कार्य प्रगति पर है।
राजस्थान के जैसलमेर स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। स्टेशन पर मुख्य प्रवेश पर स्टेशन बिल्डिंग के स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो गया है तथा फिनिशिंग कार्य किए जा रहे है। इसके साथ ही स्टेशन पर एयर कॉनकोर्स और फुट ओवर ब्रिज के गर्डर लॉन्चिंग और डेक स्लैब कास्टिंग का काम पूरा हो चुका है।
राजस्थान के उदयपुर सिटी स्टेशन पर, पूर्व दिशा की ओर स्थित स्टेशन बिल्डिंग के स्ट्रक्चर से सम्बंधित कार्य पूरे हो गए हैं और पश्चिम दिशा की स्टेशन बिल्डिंग, एयर कॉनकोर्स, थ्रू रूफ, फुट ओवर ब्रिज, स्काईवॉक आदि का काम प्रगति पर है।