
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, चित्रकूट : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में पृथ्वी दिवस के अवसर पर पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय द्वारा “हमारी शक्ति, हमारा ग्रह” विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसका संचालन ऊर्जा एवं पर्यावरण विभाग द्वारा किया गया। यह आयोजन कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा के निर्देशन एवं विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सूर्यकांत चतुर्वेदी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
संगोष्ठी में प्रो. शशिकांत त्रिपाठी ने 2025 की वैश्विक थीम के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और सतत विकास में अक्षय ऊर्जा के योगदान की चर्चा की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शोध छात्रों एवं शिक्षकों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।
इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा कृषि संकाय में पृथ्वी दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना में डॉ. उमेश शुक्ला ने पृथ्वी माँ की संकल्पना को सरल और प्रभावी शब्दों में प्रस्तुत करते हुए मृदा संरक्षण की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने प्रतिभागियों को पृथ्वी मेरी माँ है, मैं उसका पुत्र हूँ का संकल्प दिलाया और प्रत्येक व्यक्ति से एक वृक्षारोपण करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. सुधाकर प्रसाद मिश्रा ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग और भूमि कटाव से बचने की अपील की।
मुख्य अतिथि डॉ. अशोक तिवारी, वैज्ञानिक, दीनदयाल शोध संस्थान ने पृथ्वी दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को प्रस्तुत करते हुए इसे सामूहिक उत्तरदायित्व का पर्व बताया और कहा कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के प्रति कर्तव्य है कि हम एक सुरक्षित और समृद्ध पृथ्वी का निर्माण करें। उल्लेखनीय है कि पृथ्वी दिवस के इन कार्यक्रमों ने न केवल पर्यावरणीय चेतना को जागृत किया, बल्कि विद्यार्थियों एवं शिक्षकों में प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को भी सुदृढ़ किया।