
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, अधिकारी – कर्मचारी मिलकर सभी प्रचार माध्यमों से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित करें। केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार अपने कैम्प कार्यालय 7-कालिदास मार्ग पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना व खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री ने समीक्षा में प्रकाश में आया कि ओवर आल प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश, देश में टाप पर है। बैठक में बताया गया कि पी०एम०एफ०एम०ई० योजना में उत्तर प्रदेश का स्ट्राइक रेट 99 प्रतिशत है, जबकि आल इण्डिया 56 प्रतिशत है !
उत्तर प्रदेश पी०एम०एफ०एम०ई० योजनान्तर्गत 101 दिन के समय में ऋण स्वीकृति होने पर प्रथम स्थान पर है ! बजट व्यय करने में पिछले वर्ष के सापेक्ष वर्ष 2024-2025 में धनराशि रूपया 250 करोड़ ज्यादा बजट व्यय किया गया है एवं वर्ष 2025-26 में बजट में 56 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में धनराशि रूपया 300 करोड़ की बढोत्तरी हुई है।
बैठक में राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विभाग श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग हिमांशु कुमार, प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं रेशम विभाग बी एल मीणा, आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जी एस प्रियदर्शी, यूपी आर आर डी ए के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के निदेशक ईशम सिंह, निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग विजय बहादुर द्विवेदी, राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के प्र अपर निदेशक बी डी चौधरी, संयुक्त मिशन निदेशक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जन्मेजय शुक्ला, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।