अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी में आज होने वाली UPTET की परीक्षा पेपर लीक होने के चलते पोस्टपोंड कर दी गई है। जिले के 25 केंद्रों पर UPTET की परीक्षा शुरू हुई थी। लेकिन कुछ समय के बाद ही तमाम केंद्रों पर प्रश्नपत्र जमा कर परीक्षार्थियों को वापस कर दिया गया।
इसी बीच इस मामले को लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गई है। सभी विपक्ष पार्टियां सरकार को घेरती जा रही है। इस मामले में राजनीति तेज होती जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार युवा विरोधी है। कांग्रेस ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें उन सभी एग्जाम के नाम हैं जो योगी सरकार में पेपर लीक के चलते रद्द हो गए हैं।
– 19 मार्च 2017 में पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती का ऑनलाइन पेपर हैक हुआ।
– फरवरी 2018 में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन जूनियर इंजीनियर का पेपर लीक हो गया।
15 जुलाई 2018 में सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा चयन परीक्षा पेपर लीक हो गया।
– 1 सितंबर 2018 को नलकूप ऑपरेटर का पेपर आउट हो गया।
– सिपाही की 41520 सिपाही परीक्षा भर्ती का पेपर आउट हो गया।
– फरवरी 2018 में फिर से यूपी प्रोजेक्ट पावर कारपोरेशन की 2849 पदों का पेपर लीक हो गया।
– SSC का पेपर लीक हो गया, और सरकार ने भ्रष्टाचारी चेयरमैन को 2 साल का सेवा विस्तार दे दिया गया। CBI जांच की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर लिखा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाने का आरोप लगाया है।
वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के कारण परीक्षा का रद्द होने 20 लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ है। उन्होंने नारा देते हुए लिखा कि ‘बेरोज़गारों का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा!