टैक्सी व अन्य सर्विस देने वाली कंपनी उबर को बाइक की सवारी करना इतना महंगा पड़ा कि कंपनी को 1 बिलियन डॉलर यानि कुल (7 हजार करोंड़ रूपए) का नुक्सान उठाना पड़ा । कंपनी कुछ समय से बाइसाइकिल,स्कूटर और शिपमैंट क्षेत्र में निवेश करने पर जोर दे रही है जिस कारण कंपनी को इतना नुक्सान उठाना पड़ा है। उबर अभी तक तेजी से आगे बढ़ रही है क्योंकि इसकी राजस्व 1 वर्ष में 38 प्रतिशत बढ़कर 22.55 बिलियन डॉलर पहुंच गया है। उबर की बुकिंग 12.7 अरब डॉलर थी, जो पिछले तिमाही में 6 प्रतिशत और एक साल पहले 41 प्रतिशत थी।
उबर कंपनी ने ग्रास बुकिंग से 12.7 बिलियन कमाए है। सब कुछ ड्राइवरों और डिलवरी करने वाले लोगों को कमीशन देने के बार कंपनी ने ये राशि जमा की है जो पिछली वर्ष से 34 प्रतिशत अधिक है। ये सब कंपनी ने अगले वर्ष शुरू होने वाले initial public offering से पहले हुआ है। 2016 के अंत में, उबर की बुकिंग वृद्धि 30 प्रतिशत तक पहुंच गई, और 2017 की शुरुआत में यह अभी भी दो अंकों की वृद्धि तिमाही से अधिक तिमाही में रही हालांकि, इस साल की शुरुआत में, बुकिंग की वृद्धि एकल अंकों में फिसल गई। उबर कंपनी बाइसाइकिल, स्कूटर और माल ढोने वाले क्षेत्रों में निवेश करने के बारे में विस्तार से सोच रही है।
उबर का मानना है कि 76 बिलियन की कीमत वाली इस कंपनी को और मजबूत बनाने के लिए इन क्षेत्रों में निवेश करना बहुत जरूरी है। ये काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। उबर अपने ग्राहकों के साथ अलग ढंग से पेश आने की सोच रहा है। उबर द्वारा अपने कारोबार को और विकसित करने के लिए “उबर ईट्स”, “राईड पास एंड ड्रोन फूड ” जैसे प्रोजैकेट भी शुरू करने की सोच रहा है। उबर के सीईओ दारा खोसरोहाही कहते है कि अगर सैल्फ ड्राइविंग के प्रोजैक्ट को भी सफलता मिलती है तो ड्राइवर की जरूरत खत्म हो सकती है।