लखनऊ में समर्थ ई.आर.पी. को लेकर उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के शिक्षा विभागों के बीच तकनीकी संवाद
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ में 04 एवं 05 फरवरी 2025 को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में आंध्र प्रदेश राज्य के कॉलेजिएट शिक्षा आयुक्तालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में समर्थ ई.आर.पी. (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) के विभिन्न मॉड्यूलों के सफल क्रियान्वयन को साझा करना और आंध्र प्रदेश में इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शन प्रदान करना था।
कार्यशाला के दौरान प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा एम. पी. अग्रवाल द्वारा उत्तर प्रदेश में समर्थ ई.आर.पी. के क्रियान्वयन की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ एवं लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ की समर्थ टीम द्वारा आंध्र प्रदेश राज्य के प्रतिनिधियों के समक्ष Student Life Cycle, Finance और विभिन्न Governance Modules पर आधारित एक प्रस्तुतीकरण दिया गया। विश्वविद्यालयों की टीम ने बताया कि समर्थ ई.आर.पी. प्रणाली को लागू करने से शिक्षण संस्थानों में प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी, सुव्यवस्थित और कुशल बनाया जा सका है।
कार्यशाला के दौरान ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ ने जानकारी दी कि उनके यहां प्रवेश परीक्षा आवेदन, प्रवेश पत्र जारी करने, परीक्षाफल प्रकाशित करने, मेरिट सूची तैयार करने और छात्रों के प्रवेश सहित सभी प्रक्रियाएं समर्थ ई.आर.पी. के माध्यम से संचालित की जा रही हैं। इसी प्रकार, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा एकेडमिक मॉड्यूल, वित्तीय मॉड्यूल, पे-रोल, रिसर्च प्रकाशन, करियर एडवांसमेंट स्कीम मॉड्यूल, अवकाश प्रबंधन मॉड्यूल और कर्मचारी मॉड्यूल सहित कुल 41 में से 28 मॉड्यूल्स को सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है, जबकि शेष मॉड्यूल्स को लागू करने की प्रक्रिया जारी है।
लखनऊ विश्वविद्यालय और ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय ने यह भी बताया कि समर्थ ई.आर.पी. को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर सुधार किए जा रहे हैं। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय ने उल्लेख किया कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में समर्थ प्रवेश मॉड्यूल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संचालित किया गया है। इसके अलावा, छात्रों को समर्थ पोर्टल के माध्यम से मदवार शुल्क जमा करने की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे वित्तीय पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी प्रकार के वित्तीय दुरुपयोग से बचा जा सके।
प्रस्तुतीकरण के उपरांत, आंध्र प्रदेश राज्य के प्रतिनिधियों ने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ और लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ का भौतिक निरीक्षण किया तथा समर्थ ई.आर.पी. के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में इस प्रणाली के सफल क्रियान्वयन को एक आदर्श उदाहरण माना। आंध्र प्रदेश की टीम ने कार्यशाला के दौरान समर्थ पोर्टल की विभिन्न विशेषताओं को विस्तार से समझा और इसे अपने राज्य में लागू करने की रणनीति पर चर्चा की।
आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में समर्थ ई.आर.पी. के सफल क्रियान्वयन की सराहना की और इसे अपने राज्य में चरणबद्ध तरीके से लागू करने के लिए आवश्यक इनपुट्स प्राप्त किए। इस कार्यशाला के माध्यम से उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों के बीच तकनीकी सहयोग को भी बढ़ावा मिला। कार्यशाला का समापन इस आशय के साथ हुआ कि समर्थ ई.आर.पी. के प्रभावी क्रियान्वयन से उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रशासनिक और अकादमिक कार्यों में पारदर्शिता, दक्षता और विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सकेगी।