पटना: बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की करारी हार के बाद पार्टी में अंदरूनी कलह शुरु हो गए हैं. इसी बीच तेजस्वी यादव के नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफे मांग भी उठ रही है. वहीं इस मसले पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव का समर्थन किया है. तेज प्रताप ने मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर उन्हें उनके छोटे भाई का नेतृत्व पसंद नहीं है तो वे पार्टी छोड़ दें. तेज प्रताप यादव ने कहा, ‘आखिर वह (तेजस्वी) क्यों (विपक्ष के नेता पद से) इस्तीफा दें? अगर किसी को उनका नेतृत्व पसंद नहीं है तो वह राजद या महागठबंधन छोड़ सकता है. ‘उन्होंने कहा, ‘मैं अपने छोटे भाई के साथ हूं जैसे कृष्ण अपने भाई के साथ थे और हमेशा उसके साथ खड़ा रहूंगा.’ तेज प्रताप ने कहा कि अगर लालू प्रसाद जेल से बाहर होते तो राजद को इन सबका सामना नहीं करना पड़ता. तेज प्रताप हालांकि राजद की मंगलवार हुई बैठक में हिस्सा नहीं ले सके. चुनाव में मिली हार पर चर्चा के लिये पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर यह बैठक हुई थी. तेज प्रताप ने कहा कि उन्होंने बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी असमर्थता के बारे में पार्टी नेताओं को सूचित कर दिया था. बता दें मुजफ्फरपुर जिले से पार्टी के एक विधायक ने तेजस्वी यादव से बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा मांगा है.
महेश्वर प्रसाद यादव ने कहा था कि परिवारवाद के कारण राजद की यह दुर्गति हुई है. इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-राजद-आरएलएसपी-हम और वीआईपी ने महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था. बिहार की 40 में 39 सीटों पर BJP-JDU-LJP गठबंधन का कब्जा रहा वहीं, महागठंधन के हिस्से एक सीट आई. महागठबंधन से कांग्रेस (Congress) ने किशनगंज की सीट जीती. किशनगंज में कांग्रेस उम्मीदवार डॉक्टर मोहम्मद जावेद ने जेडीयू (JDU) के सैयद महमूद अशरफ को शिकस्त देकर जीती. उन्होंने 34466 वोट से महमूद अशरफ को मात दी. बिहार में राजद ने 20, कांग्रेस ने 9, उपेंद्र कुशवाहा की RLSP ने 5, जीतनराम मांझी की हम ने 3 और सन ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी की VIP ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं, JDU ने 17, BJP 17 और LJP ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था.