
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : वर्तमान समय में सरकारी समितियों के कार्यक्षेत्र में विस्तार होने के कारण समितियों को अब अपने नये स्वरूप में कार्य करने से समितियां आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगी। यह विचार केंद्रीय सचिव, सहकारिता डॉ0 आशीष कुमार भूटानी ने लखनऊ स्थित आयुक्त एवं निबंधक कार्यालय के सभाकक्ष में प्रमुख सचिव सहकारिता के साथ विभाग के प्रबंध निदेशक, अपर आयुक्त एवं अपर निबन्धकों तथा अन्य 09 विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक में व्यक्त किये। डॉ0 भूटानी ने पहले समितियों के कार्य क्षेत्र के विषय में बताया।
प्रमुख सचिव सहकारिता सौरभ बाबू ने विभागीय कार्यों की प्रगति रिपोर्ट का प्रजेन्टेशन प्रस्तुत करते हुए बताया कि ‘‘आईवाईसी-2025 लोगो’’ के साथ समस्त कार्यालयों के बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स, लेटर पैड आदि का रीब्रांडिंग का कार्य किया गया।
प्रमुख सचिव सहकारिता ने बताया कि सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे.पी.एस. राठौर द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष पर वेब पोर्टल लॉन्च किया गया है। यह पोर्टल सहकारी संगठनों द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों को डिजिटल रूप में प्रस्तुत और मॉनिटर करने के लिए विकसित किया गया है।
आयुक्त एवं निबन्धक सहकारिता अनिल कुमार सिंह ने बताया कि सहकारिता विभाग आयुक्त एवं निबन्धक कार्यालय को ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म पर शामिल करने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई।
महावीर प्रसाद गौतम विशेष सचिव खाद्य, अपर आयुक्त खाद्य, राकेश कुमार मिश्र दुग्ध आयुक्त, राम केवल सचिव राजस्व, ओ0पी0 वर्मा विशेष सचिव कृषि, एन0एस. रहमानी निदेशक मत्स्य, शिवराज कुमार यादव संयुक्त सचिव उद्यान, अशोक कुमार प्रबन्धक पीसीडीएफ, आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता उ0प्र0 अनिल कुमार सिंह, प्रबन्ध निदेशक पीसीएफ, अपर आयुक्त एवं अपर निबंधक प्रशासन / प्रबंध निदेशक पीसीयू श्रीकान्त गोस्वामी, आर.के. कुलश्रेष्ठ प्रबन्ध निदेशक यूपीसीबी, सतीश चन्द्र मिश्रा, देवमणि मिश्रा, मनोज कुमार द्विवेदी, ए0एन0 सिंह, दीपक सिंह संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक सहकारिता, लखनऊ के साथ एम डी चीनी मिल संघ, नाबार्ड, दुग्ध संघ, मत्स्य के अधिकारीगण उपस्थित रहे।