अशाेक यादव, लखनऊ। सरकार ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप पर चिंताओं के बीच देश में मास्क का इस्तेमाल कम होने को लेकर शुक्रवार को आगाह किया और लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने तथा संक्रमण के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए टीके की खुराक लेने का अनुरोध किया।
‘इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मीट्रिक्स’ के आकलन का हवाला देते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मास्क का इस्तेमाल कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के पहले के स्तरों से कम हो गया है और ”इस तरीके से हम फिर से खतरे की स्थिति में आ गए हैं।”
उन्होंने कहा कि मास्क का इस्तेमाल कम हो रहा है। उन्होंने कहा, ”सुरक्षा क्षमता के नजरिए से हम निचले, जोखिम भरे और अस्वीकार्य स्तर पर हैं। हमें यह याद रखना होगा कि टीके की दोनों खुराक और मास्क अहम है।” पॉल ने कहा कि लोगों को वैश्विक हालात से सीखने की जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के हाल के विश्लेषण का जिक्र करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जन स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपाय (पीएचएसएम) का अनुपालन कम हो रहा है जबकि टीकाकरण दर में वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, ”हमें अपनी और हमारे आसपास के लोगों की कोविड-19 से रक्षा करने के लिए इन सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करने की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि नागरिकों को संक्रमण के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना चाहिए। यूरोपीय देशों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 25 मामले आए हैं और सभी मामलों में हल्के लक्षण देखे गए हैं। उसने कहा कि चिकित्सीय रूप से ओमीक्रोन से स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था पर अभी तक बोझ नहीं पड़ रहा है लेकिन सावधानी बरतनी होगी।
अग्रवाल ने बताया कि निगरानी बढ़ाने, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए प्रभावी जांच व्यवस्था बनाने, टीकाकरण की दर बढ़ाने और देशभर में कोविड-19 के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव के स्तर पर राज्यों तथा हवाई अड्डा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कई समीक्षा बैठकें की गयी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्यों से जीनोम अनुक्रमण के लिए कोविड-19 से संक्रमित नमूनों को भेजने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन को ”वैरिएंट ऑफ कंसर्न” घोषित करने के बाद 27 नवंबर को राज्यों को हवाई अड्डों पर निगरानी, जांच बढ़ाने और संक्रमण से प्रभावित इलाकों में निगरानी जारी रखने की सलाह दी थी। संयुक्त सचिव ने कहा कि 29 नवंबर को सरकार ने राज्यों को सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री की जांच करने और उन पर नजर रखने की सलाह दी थी।
उन्होंने कहा, ”हमने राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि पीएसए संयंत्र, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन सांद्रक, ऑक्सीजन सिलेंडर सही तरीके से काम करें और साथ ही इनके इस्तेमाल पर प्रशिक्षण देने के लिए भी कहा है।” अग्रवाल ने कहा, ”हमारा ध्यान संक्रमण को फैलने से रोकना और देश में इससे किसी की मौत होने से रोकना है। हम सामुदायिक भागीदारी के साथ यह करना चाहते हैं।”