दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन) पर दिए बयान पर मामला बढ़ता जा रहा है। केजरीवाल के खिलाफ भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के लोग दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इससे पहले बुधवार को ही भारतीय जनता पार्टी के नेता नीलकांत बख्शी और आप के पूर्व नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में अरविंद केजरीवाल के साथ आप विधायक सौरभ भारद्वाज का नाम भी शामिल है। दर्ज शिकायत में कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज एनआरसी पर झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के द्वारा निर्धारित निदशानिर्देशों पर अफवाह फैला रहे हैं और झूठ प्रसारित कर रहे हैं। साथ ही कहा कि वह उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, राजस्थान के नागरिकों की घुसपैठियों के साथ तुलना कर रहे हैं। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को किरायेदारों के लिए मीटर योजना का एलान किया। यह एलान उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में किया और इसके अंत में एक सवाल का उत्तर देते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी पर चुटकी ले डाली। केजरीवाल जब अपनी प्रेस कांफ्रेंस कर लौट रहे थे तो जाते-जाते एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि मनोज तिवारी ने कहा है कि घुसपैठिए पत्रकारों पर हमले के लिए जिम्मेदार हैं, इस कारण दिल्ली में एनआरसी लागू होना चाहिए। इस पर आपका क्या कहना है?
केजरीवाल ने हंसते हुए कहा कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू होती है तो मनोज तिवारी वो पहले शख्स होंगे जिन्हें दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल के एनआरसी वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि, ‘मैं अरविंद केजरीवाल से ये पूछना चाहता हूं कि क्या वो ये कहना चाहते हैं कि एक शख्स जो पूर्वांचल से आकर यहां रह रहा है वह अवैध घुसपैठिया है, जिसे वो दिल्ली से बाहर निकालना चाहते हैं।’ मनोज तिवारी ने आगे पूछा कि जो लोग दूसरे राज्यों से आए हैं वो दिल्ली सीएम के द्वारा विदेशी माने जाते हैं? आप उन्हें दिल्ली से निकालना चाहते हैं, आप भी उनमें से एक हैं। अगर उनकी ऐसी मंशा है तो मुझे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन खराब हो गया है। कैसे एक आईआरएस अधिकारी ये नहीं जानता कि एनआरसी क्या है?’ गौरतलब है कि असम में एनआरसी लागू होने के बाद से विभिन्न राज्यों के नेता अपने प्रदेश में एनआरसी लागू करने की मांग कर रहे हैं।