सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : आज रविवार को उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन के पास स्थित ऑटोमोटिव लिनन सफाई केन्द्र में साफ, स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाले बेडरौल प्रदान किये जाने और प्रत्येक उपयोग के बाद मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री में धुलाई और इस्त्री करे जाने की प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी प्रदान की, ताकि यात्रियों को स्वच्छ बेडरॉल देकर उनकी आरामदायक, हाईजीनिक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सके।
हिमांशु शेखर उपाध्याय, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर रेलवे, ने बताया कि आनंद विहार स्टेशन के समीप स्थित ये मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री वर्ष 2017 में शुरू हुई थी। आनंद विहार से चलने वाली रेल गाड़ियों में इसी लॉन्ड्री से लिनेन यात्रियों तक पहुंचाई जाती हैं।
उपाध्याय ने विस्तार से बताया कि लॉन्ड्री में कैसे चादरों तकियों के कवर को पहले गंदगी के आधार पर छाठा जाता हैं, जो बहुत खराब होते हैं उनको हटा दिया जाता हैं, फिर उनको 40 मिनट ऑटोमैटिक मशीन में धोया जाता है और उनको मशीनों के माध्यम से सुखाया जाता हैं। उसके बाद मैकेनाइज्ड रोलर प्रेस में इस्त्री की जाती हैं, जब इस्त्री की प्रक्रिया चलती हैं तो मशीन का तापमान 150 डिग्री सेल्सियस होता हैं, जिससे कपड़ों की इस्त्री साथ ही, भाप के माध्यम से स्टेरलाइजेशन हो जाता हैं। तत्पश्चात, उनकी व्हाइटोमीटर से जांच की जाती हैं। अगर व्हाइटोमीटर में 85% रीडिंग आती हैं तभी उसको पास माना जाता हैं अन्यथा पुनः उसको साफ किया जाता हैं। इस लॉन्ड्री में ब्लैंकेट (कंबल) का नेपथिलीन वेपर हॉट एयर से सैनिटाइजेशन भी किया जाता हैं।
उत्तर रेलवे का पूरा प्रयास हैं कि अपने यात्रियों को स्वच्छ, हाइजीनिक यात्रा का अनुभव कराया जाए।