सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : उत्तर रेलवे का ट्रेन सेट डिपो शकूरबस्ती भारत का पहला अनुरक्षण ट्रेन सेट डिपो है जो इस समय वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन्स के 3 रैकों का रखरखाव करता है और जो वंदेभारत एक्सप्रेस के 3 मार्गों पर सेवाएं प्रदान कर रहा है। वंदेभारत एक्सप्रेस समयबद्धता के शानदार रिकॉर्ड के साथ रेलयात्रियों को सुविधा और आराम दोनों मामलों में बेजोड़ सेवाएं प्रदान कर रही है। पहले रैक, जिसने कुल 1.3 मिलियन किलोमीटर की दूरी तय कर ली है, को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15-02-2019 को नई दिल्ली – वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस के रूप में भारत के उदघाटन के लिए हरी झंडी दिखाई गई थी। इस सेवा के दूसरे रैक को गृह मंत्री द्वारा 5-10-2019 को नई दिल्ली-श्रीमाता वैष्णो देवी कटड़ा-नई दिल्ली मार्ग पर हरी झंडी दिखाई गई। डिपो ने कुल मिलाकर 3 मिलियन किलोमीटर से अधिक के लिए 99% से अधिक विश्वसनीयता के साथ वंदेभारत सेवाएं प्रदान की हैं। 19-10-2022 को वंदे भारत के बेड़े में एक और सेवा नई दिल्ली-अंब अंदौरा-नई दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
वंदेभारत एक्सप्रेस के नाम से मशहूर रैक श्रेणी की पहली सेवा वर्ष 2019 से बेजोड़ सेवाएं प्रदान कर रही है। लेकिन 1.2 मिलियन किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद, रैक का विशेष अनुरक्षण किया गया। शॉप शैडयूल-2 (SS-2) या M36 शेड्यूल में न केवल सुरक्षा संबंधी पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है, बल्कि यात्रियों को आरामदायक और आनंदप्रद यात्रा सेवा देना जारी रखने के लिए यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाना या सुधारना भी शामिल होता है। वंदेभारत के पहले SS-2 शेड्यूल को निर्धारित समय में पूरा करने पर डिपो को गर्व है। पहले रैक और दूसरे रैक को क्रमशः अप्रैल और जून के महीनों में उनके शॉप शैडयूल-2 के पूरा होने के बाद सेवा में पुनः लगाया गया था।
शॉप शैडयूल-2 में ट्रैक्शन और प्रोपल्शन सिस्टम, ईपी ब्रेक सिस्टम, बोगियों की ओवरहॉलिंग, व्हीलसेट की रिडिस्किंग, हाई वोल्टेज सिस्टम की ओवरहॉलिंग, बाहरी प्लग दरवाजे, आंतरिक आईसी दरवाजों आदि की पूरी ओवरहालिंग शामिल थी। रैक को नई और बेहतर यात्री सुविधाओं के साथ नवीनीकृत किया गया था।
ट्रेन सेट डिपो इस बात का जीवन्त उदाहरण है कि कैसे अच्छी तरह से प्रशिक्षित और समर्पित कर्मचारी एक जटिल परियोजना की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनके समर्पित सेवा भाव ने वंदेभारत एक्सप्रेस को एक विश्वस्तरीय ट्रेन बनाने में मदद की है जो भारत में यात्री रेल यात्रा के नए मानक स्थापित कर रही है। वंदेभारत प्रौद्योगिकी में अग्रणी होने के नाते, डिपो ने वंदेभारत के रखरखाव में 1300 से अधिक कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है। ट्रेन सेट डिपो ने लगातार फीडबैक देकर आरडीएसओ और आईसीएफ को वंदेभारत में सुधार, परीक्षण और प्रसार में सहायता की है। वंदेभारत के दूसरे संस्करण को विकसित करने में ट्रेनसेट डिपो के अनुभवों को आधार बनाया गया है। इसके अलावा, आईआरआईएमईई के सहयोग से ट्रेन सेट डिपो ने श्रेष्ठ उपायों के प्रचार-प्रसार के लिए वंदेभारत रखरखाव पर विशेष पाठ्यक्रम विकसित किया है।
भावी समय को देखते हुए, ट्रेनसेट डिपो अपनी नई रखरखाव सुविधाओं के साथ ट्रेनसेट रखरखाव के नए मानक भी स्थापित कर रहा है। यह सुविधा नवीनतम तकनीक और उपकरणों जैसे इंस्पेक्शन बे लाइन, सिंक्रोनाइज्ड पिट जैक्स, रिट्रैक्टेबल ओएचई, पिट व्हील लेथ आदि से सुसज्जित होगी। डिपो नियमित जांच से लेकर प्रमुख ओवरहाल तक ट्रेन रखरखाव के सभी पहलुओं को संभालने में सक्षम होगा। नई रख-रखाव सुविधा भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण परिसंपत्ति होगी और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि वंदेभारत एक्सप्रेस भारत में सबसे विश्वसनीय ट्रेनों में से एक बनी रहे। इन नई बुनियादी सुविधाओं के साथ, ट्रेनसेट डिपो वंदेभारत के लिए एक आदर्श केंद्र बन जाएगा।