
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान ने सोमवार को निर्यात भवन सभागार, लखनऊ में एमएसएमई विभाग की 90 दिनों की कार्ययोजना की विस्तृत समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान मंत्री सचान ने प्रमुख योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान, एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी), और मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की प्रगति की गहन समीक्षा की। इसके लिए शैक्षिक संस्थानों जैसे आईआईटी, एकेटीयू, एचबीटीयू, लखनऊ विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय के सहयोग से युवा उद्यमी कॉन्क्लेव-2025 का आयोजन अप्रैल 2025 के अंतिम सप्ताह में कानपुर और लखनऊ मंडलों में प्रस्तावित है।
मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत 1.50 लाख लाभार्थियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। आगामी 90 दिनों में कम से कम 50,000 स्वीकृतियां और 40,000 ऋण वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 के 46,761 लंबित आवेदनों पर स्वीकृति और 13,704 लंबित मामलों में ऋण वितरण की प्रक्रिया त्वरित गति से पूरी की जाएगी।
प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि ओडीओपी और मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत वार्षिक लक्ष्य का 20 प्रतिशत स्वीकृति और वितरण पहली तिमाही (अप्रैल 2025 से जून 2025) में सुनिश्चित किया जाएगा।
आयुक्त एवं निदेशक उद्योग के. विजेन्द्र पांडियन ने बताया कि कार्ययोजना में यूनिटी मॉल के निर्माण, एमएसएमई नीति-2022 के तहत ऑनलाइन आवेदनों का समयबद्ध निस्तारण, और औद्योगिक पार्कों के विकास के लिए निजी निवेशकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना शामिल है। मंत्री ने ओडीओपी को विकास के अगले स्तर पर ले जाने के लिए ODOP 2.0 की कार्ययोजना और One District One Cuisine (ODOC) की शुरुआत की जाएगी, जिसका उद्देश्य जनपदों के विशिष्ट खाद्य पदार्थों को पहचान देना और औपचारिक अर्थव्यवस्था में शामिल करना है।