सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ / प्रयागराज : महाकुंभ नगर के सेक्टर 25 में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने रविवार ‘इन्वेस्ट यूपी‘ के पंडाल का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सशक्त नेतृत्व में निवेश के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य और देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभर रहा है।
महाकुंभ में औद्योगिक विकास का नया अध्याय
इन्वेस्ट यूपी के पंडाल में राज्य की औद्योगिक नीतियों, निवेश योजनाओं और विकास परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को औद्योगिक निवेश का प्रमुख केंद्र बनाना है, जहां निवेशकों को सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
उत्तर प्रदेशः विकास की ओर अग्रसर
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई नई औद्योगिक नीतियां, जैसे कि एकल खिड़की प्रणाली और विशेष आर्थिक क्षेत्र, उत्तर प्रदेश को निवेशकों के लिए आदर्श स्थान बना रही हैं। पंडाल में डिजिटल और इंटरएक्टिव माध्यमों के जरिये निवेश परियोजनाओं, औद्योगिक क्षेत्रों और प्रमुख उपलब्धियों को भी दर्शाया गया।
जनसमुदाय की भागीदारी
पंडाल में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया, जहां उन्होंने औद्योगिक निवेश और राज्य के विकास के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ औद्योगिक विकास ही नहीं, बल्कि रोजगार के व्यापक अवसर पैदा करना भी है, जिससे प्रदेश के युवाओं को समृद्धि के अवसर मिलें।
मंत्री नन्दी ने इन्वेस्ट यूपी के पण्डाल में विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता एवं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 118वें संस्करण के प्रसारण को पार्टी पदाधिकारियों एवं मेला क्षेत्र में उपस्थित लोगों के साथ सुना। मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री का मन की बात कार्यक्रम सदैव ही प्रेरक एवं ज्ञानवर्धक होता है। आज के संस्करण में प्रधानमंत्री ने महाकुम्भ के महात्म्य और महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ भारत का जीवंत मानचित्र है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज में महाकुम्भ का श्री गणेश हो चुका है। चिरस्मरणीय जनसैलाब, अकल्पनीय दृश्य और समता-समरसता का असाधारण संगम प्रयागराज में हो रहा है। हजारों वर्षों से चली आ रही परम्परा में कहीं कोई भेदभाव नहीं, जातिवाद नहीं दिख रही है। कुम्भ का ये उत्सव विविधता में एकता का उत्सव मना रहा है। जहां संगम की रेती पर पूरे भारत के, पूरे विश्व के लोग जुट रहे हैं।