
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को अधिक गुणवत्तापूर्ण, पारदर्शी और रोज़गारपरक बनाने के उद्देश्य से बुधवार को तिलक हाल, विधानसभा, लखनऊ में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभागीय सचिव, निदेशक, तकनीकी विश्वविद्यालयों और राजकीय अभियंत्रण संस्थानों के अधिकारियों सहित विभिन्न इकाइयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में डिग्री और डिप्लोमा सेक्टर से जुड़ी चुनौतियों, आवश्यकताओं और सुधार तथा अन्य प्रमुख विषयों पर गहन मंथन किया गया।
मंत्री ने बैठक में सख्त निेर्देश दिये कि 31 मई, 2025 तक नव निर्मित चारों राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों को शिफ्ट कर शैक्षणिक कार्य शुरू किया जाए, इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
राजकीय अभियंत्रण संस्थानों की कार्य परिषद और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में नामांकन प्रक्रिया की पारदर्शिता तथा नियमितता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए एक समान बायलॉज तैयार किया जाए जिससे संचालन में एकरूपता और अनुशासन सुनिश्चित हो सके। गोंडा, बस्ती, मिर्जापुर और प्रतापगढ़ में प्रस्तावित चार नए इंजीनियरिंग कॉलेजों के निर्माण, पद सृजन और वित्तीय स्वीकृति की प्रगति की समीक्षा की गई।
एकेटीयू के कुलपति की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा तकनीकी विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग कॉलेजों की परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रस्तुत रिपोर्ट पर मंत्री ने विस्तृत चर्चा की। बैठक से पूर्व प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने इस दौरान डिप्लोमा संस्थाओं की रैंकिंग हेतु बनाए गए पोर्टल State Institutional Ranking Framework (SIRF) को लॉन्च किया ।
बैठक में अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा नरेंद्र भूषण, विशेष सचिव अन्नावी दिनेश कुमार और अजीज अहमद, महानिदेशक प्राविधिक शिक्षा अविनाश कृष्ण, तथा एकेटीपू लखनऊ, एचबीटीयू कानपुर, और एमएमएमयूटी गोरखपुर के कुलपतियों सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।