नई दिल्ली। असम-मिजोरम की अंशात सीमा पर तटस्थ केंद्रीय बलों को तैनात किया जाएगा। यहां संघर्ष में पांच पुलिस कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी। सीमा पर जारी विवाद के बीच बुधवार को असम-मिजोरम दोनों राज्यों के प्रतिनिधियों की गृहमंत्रालय में मुलाकात हुई।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में दो घंटे तक चली बैठक में यह निर्णय लिया गया है जिसमें असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत और मिजोरम के उनके संबंधित समकक्षों लालनुनमाविया चुआंगो और एसबीके सिंह ने हिस्सा लिया।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों प्रदेशों की सीमा पर नेशनल हाईवे के पास बने विवादित स्थल पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में न्यूट्रल फोर्स यानी कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी।
दोनों प्रदेश बातचीत का यह दौर आगे भी जारी रखेंगे और अपने अपने मुद्दे एक दूसरे के सामने रखेंगे। तटस्थ बल की कमान सीएपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के हाथ में होगी। इसके अलावा, बल के कामकाज को सुविधाजनक बनाने के लिए, दोनों राज्य सरकारें उचित समय सीमा में केंद्रीय गृह मंत्रालय के समन्वय से व्यवस्था करेंगी।
राज्य सभा सदस्य रिपुन बोरा ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया था कि वह असम व मिजोरम के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद के स्थायी समाधान की तलाश के लिये दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पूर्वोत्तर के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक आयोजित करें।
शाह को लिखे एक पत्र में कांग्रेस सांसद ने चेतावनी दी कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं की गई तो असम-मिजोरम सीमा पर स्थिति बद से बद्तर हो सकती है और इसका बुरा असर पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों पर भी पड़ेगा।
मिजोरम पुलिस द्वारा असम के अधिकारियों के एक दल पर सोमवार को की गई गोलीबारी में असम पुलिस के पांच कर्मियों की जान चली गई थी जबकि एक पुलिस अधीक्षक समेत 50 से ज्यादा अन्य घायल हो गए थे। बोरा ने कहा कि असम-मिजोरम सीमा विवाद विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है और दोनों राज्यों के बल अब भी सीमा पर “जवाब” देने के मूड में हैं।
सांसद ने कहा कि गोलीबारी और पुलिस कर्मियों की मौत की खबर सभी पूर्वोत्तर राज्यों और देश भर में फैली है और दोनों राज्यों में तनावपूर्ण स्थिति की वजह से भीड़ द्वारा हिंसा की और घटनाएं हो सकती हैं।
असम पुलिस ने मिजोरम से लगती राज्य की सीमा पर बुधवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोक दिया। अंतर राज्यीय सीमा पर हाल में हिंसक झड़प हुई थी। पुलिस ने कहा कि किसी को भी सीमा के पास जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि अब वह “अशांत क्षेत्र” बन गया है। सोमवार को विवादित सीमा पर हुई झड़प में असम पुलिस के छह कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी तथा एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 अन्य लोग घायल हो गए थे।