सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : संजय आर. भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव आबकारी विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अवगत कराया गया कि मा० मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के आदेश तथा मा० आबकारी मंत्री श्री नितिन अग्रवाल के निर्देश के अनुपालन में प्रदेश के विकास के क्रम में नये उद्योगों की स्थापना तथा आबकारी विभाग में पहले से चली आ रही व्यवस्थाओं और नियमों को सरल कर ईज आफ डूइंग बिजनेस की नीति अपनाते हुए विभागीय क्रियाकलापों को अत्यन्त आसान बनाने के लिये लगातार कार्य किये जा रहे हैं और उत्तर प्रदेश में विभिन्न औद्योगिक इकाईयों को स्थापित कराते हुए प्रदेश में निवेश के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव द्वारा बताया गया कि उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट की बैठक दिनांक 10-12 फरवरी के मध्य प्रस्तावित है। आबकारी विभाग में निवेश को बढ़ावा दिये जाने के लिए शुक्रवार दिनांक 13.01.2023 को अपर मुख्य सचिव, आबकारी की अध्यक्षता में आबकारी आयुक्त की उपस्थिति में बैठक आहूत की गयी। बैठक में अपर मुख्य सचिव, आबकारी द्वारा अवगत कराया गया कि इन्वेस्ट यू.पी. पर अद्यतन प्रदेश में आसवनी, यवासवनी, अल्कोहल पर आधारित उद्योगो पर उद्योग स्थापित किये जाने हेतु 17 इन्वेस्टरो द्वारा एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किये जाने की इच्छा व्यक्त की गयी है, जिनके साथ एम.ओ.यू० हस्ताक्षर किये जा चुके है, जिसमें लगभग 16,392 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। इसी तरह के दो इन्वेस्टरों द्वारा पोर्टल पर उद्योग स्थापित किये जाने हेतु इन्डेंट दाखिल किया गया है, जिसमें 1400 करोड़ निवेश प्रस्तावित है इस तरह पोर्टल पर कुल 17,792 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है।
समीक्षा बैठक में 43 इन्वेस्टरों द्वारा प्रतिभाग किया गया और उनमें उत्तर प्रदेश राज्य की नीतियों एवं अपर मुख्य सचिव आबकारी द्वारा ईज आफ डूइंग बिजनेस की जानकारी दिये जाने के पश्चात् इससे उत्साहित होकर उनमें से 16 इन्वेस्टरों द्वारा लगभग 5,029 करोड़ का निवेश किये जाने हेतु तत्काल प्रोफार्मा भरकर उपलब्ध कराया गया। इस तरह कुल लगभग 22,821 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है। बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव आबकारी द्वारा इन्वेस्टरों को उत्तर प्रदेश राज्य में निवेश किये जाने हेतु उत्साहित किया गया।
इन्वेस्टरों को इन्वेस्ट यू.पी. पोर्टल पर आन-लाइन रजिस्ट्रेशन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। इन्वेस्टरों द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियो की सराहना करते हुए प्रदेश में निवेश किये जाने की रुचि दिखायी गयी। इन्वेस्टरो को प्रदेश में आसवनी, यवासवनी, दाक्षासवनी, माइक्रोब्रेवरी, यीस्ट इकाईयो, माल्ट निर्माण किये जाने, कैरामल निर्माण किये जाने वाले उद्योगों की जानकारी देते हुए प्रदेश में निवेश किये जाने की जानकारी उपलब्ध करायी गई। इन्वेस्टरो द्वारा समीक्षा बैठक में कतिपय पृच्छाये की गयी जिसको राज्य सरकार की नीतियों से अवगत कराते हुए समाधानित किया गया। इन्वेस्टरो की पृच्छा पर यह अवगत कराया गया कि राज्य सरकार ने अलग-अलग फीड यथा शीरा, अनाज, केनजूस, आलू आदि से आसवनी स्थापना की स्वीकृति प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में शासनादेश निर्गत कर दिया गया, साथ ही प्रदेश में फाइन डायनिंग को ध्यान में प्रदेश में स्थिति होटल बार में माइक्रोब्रवरी स्थापना तथा प्रदेश फ्रूट वाइन निर्माण किये जाने हेतु नियमावलियाँ प्रकाशित कर दी है। प्रदेश में हार्टीकल्चर को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से राज्य सरकार उत्तर प्रदेश से फ्रूट प्राप्त कर फ्रूट वाइन का निर्माण किये जाने पर वाइन पर लगने वाले अभिकर में 05 वर्षो तक छूट दिये जाने की व्यवस्था की है। आगामी दिनों में और अधिक निवेश आने की सम्भावना है।