श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हिंसा की हालिया घटनाओं के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को यहां आयेंगे। शाह आतंकवादियों के खिलाफ जी-जान से जुटे पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही आतंकवादियों से निपटने के लिए नई रणनीति तैयार करेंगे।
पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद शाह पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आयेंगे। शाह के तीन दिवसीय दौरे से पहले श्रीनगर समेत पूरे कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गयी है। पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों को अलर्ट किया गया है। श्रीनगर के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
सुरक्षा बलों ने दोपहिया वाहनों को जब्त करना जारी रखा है, हालांकि पुलिस का कहना है कि इसका गृह मंत्री के दौरे से कोई लेना-देना नहीं है। पिछले दो दिनों में पुलिस ने विभिन्न थानों में सैकड़ों दुपहिया वाहन जब्त किए हैं। एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि शाह के दौरे के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।
पुलिस के मशविरे के मुताबिक शाह के दौरे के दौरान गुप्कार रोड और बाउलेवर्ड का एक हिस्सा बंद रहेगा। सूत्रों ने कहा कि तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, गृह मंत्री श्रीनगर में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक करेंगे, जहां विभिन्न सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी शाह को समग्र स्थिति और लक्षित नागरिक हत्याओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी देंगे।
शाह प्रधानमंत्री पैकेज के तहत विभिन्न विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। वह पंचायती राज प्रतिनिधियों और कश्मीर में मुख्य धारा के कुछ राजनेताओं के साथ भी बातचीत करेंगे। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब कश्मीर में लक्षित हत्या की कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
अक्टूबर में, लक्षित हमलों में 11 नागरिक मारे गए, जिनमें ज्यादातर प्रवासी श्रमिक और अल्पसंख्यक थे। सुरक्षा बलों ने भी आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है और 18 आतंकवादी मारे गए हैं। इस महीने सेना ने जम्मू-कश्मीर में अपने 10 जवानों को भी खोया है।