भारत दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम के लिए यह सीरीज किसी बुरे सपने से कम नहीं रही है। चौथे टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचते हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जगह बना ली है।
रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ने एक बार फिर फिरकी का जाल बुनकर चौथे और आखिरी टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड के दूसरी पारी के छह विकेट 91 रन पर निकालकर इंग्लैंड को हार का स्वाद चखाया। अश्विन ने 35 और अक्षर ने 28 रन देकर तीन तीन विकेट लिये। भारत ने पहली पारी में 365 रन बनाकर 160 रन की बढत ली थी।
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (30) को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। डोम सिबली (तीन) , जाक क्रॉली (5) और जॉनी बेयरस्टॉ (0) सहज नहीं दिखे जबकि बेन स्टोक्स (0) गेंद की उछाल का अनुमान नहीं लगा सके और गलत स्वीप शॉट खेलकर आउट हुए। इससे पहले आठवें नंबर पर उतरकर परिपक्व बल्लेबाजी का प्रदर्शन करने वाले वाशिंगटन सुंदर पहले टेस्ट शतक से चार रन से चूक गए लेकिन भारत ने पहली पारी में 365 रन बनाकर 160 रन की बढत ले ली।
इक्कीस वर्ष के खब्बू बल्लेबाज सुंदर ने 174 गेंद में 96 रन बनाये लेकिन आखिरी तीन विकेट जल्दी गिरने से वह दूसरे छोर पर अकेले रह गए। भारत ने आखिरी तीन विकेट पांच गेंद के भीतर गंवा दिये । बेन स्टोक्स ने 27 . 4 ओवर में 89 रन देकर चार विकेट लिये। अपने पूर्व अंडर 19 साथी ऋषभ पंत की तरह शतक की ओर बढ रहे सुंदर ने अक्षर पटेल के साथ आठवें विकेट के लिये 106 रन जोड़कर भारत को विशाल बढत लेने से रोकने के इंग्लैंड के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
अक्षर ने 97 गेंद में 43 रन बनाये जिसमें जैक लीच को जड़ा एक छक्का शामिल है। दोनों बल्लेबाजों ने जोखिम भरे शॉट लगाने की बजाय इक्के दुक्के रन लेकर रनगति को बढाना जारी रखा। दोनों ने बखूबी स्ट्राइक रोटेट की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को दबाव नहीं बनाने दिया। जेम्स एंडरसन ने 25 ओवर में 44 रन देकर तीन विकेट लिये। सुंदर ने अपनी पारी में दस चौके और एक छक्का लगाया जबकि अक्षर ने पांच चौके और एक छक्का जड़ा।