सिडनी: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार को यहां पहले एकदिवसीय मैच (मैच रिपोर्ट) में मिली हार के बाद कोहली ने मैच के बाद कहा कि हम जिस तरह से खेले उससे मैं खुश नहीं हूं. मुझे लगता है कि हमने गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया. इस पिच पर 300 से अधिक रन बन सकते थे. हमें लगा कि 288 (जीत के लिए 289) रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारत को 34 रन से हराकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1000वीं जीत दर्ज की. ऑस्ट्रेलिया के 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम रिचर्डसन (26 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने रोहित शर्मा (133) के 22वें शतक के बावजूद नौ विकेट पर 254 रन ही बना सकी .
भारतीय कप्तान ने शतकीय पारी खेलने वाले सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की तारीफ करने के साथ ही कहा की अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी गलत समय आउट हो गए. उन्होंने कहा कि रोहित ने शानदार पारी खेली और धोनी ने उनका सही तरीके से साथ दिया लेकिन मुझे लगता है कि हम और अच्छा कर सकते थे. दोनों मैच को काफी आगे तक ले गए जहां से हमारे लिए मौका बन सकता था लेकिन धोनी गलत समय आउट हो गए. धोनी के आउट होने के बाद रोहित पर दबाव बढ़ गया और इसके बाद हम कोई साझेदारी नहीं बन सके. कुल मिलाकर शुरुआत में ही तीन विकेट गंवाना टीम को महंगा पड़ा.
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच ने युवा तेज गेंदबाज झाय रिचर्डसन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि युवा जाय आत्मविश्वास से लबरेज थे. उनका भविष्य उज्ज्वल है.
सुधार की हमेशा गुंजाइश रहती है. उन्होंने कहा टीम ने सही समय पर विकेट लेकर मैच में दबदबा बनाये रखा. फिंच ने कहा कि हमें पता था कि वे मैच को आखिरी ओवरों तक खिंचने की कोशिश करेंगे और हम भाग्यशाली रहे की विकेट ले सके और उन्हें रोक सके. कोई भी टीम शुरूआत में तीन विकेट गंवा कर दबाव में आ जाएगी और तीन बड़े बल्लेबाजों का विकेट लेना जरूरी था. उन्होंने बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि उस्मान ख्वाजा और शॉन मार्श की साझेदारी के बाद पीटर हैंड्सकाम्ब ने शानदार बल्लेबाजी की. मैन ऑफ मैच रहे रिचर्डसन ने कहा कि बल्लेबाजो को भी श्रेय जाता है जिन्होंने बड़ा स्कोर बनाया, लेकिन जैसा फिंच ने कहा शुरूआत में तीन विकेट लेना शानदार रहा. कोहली का विकेट मेरे लिए सबसे कीमती था.