एडिलेड: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में भी मुंबईया रोहित शर्मा बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे. पहली पारी में उन्होंने कुछ आकर्षक शॉटों से 37 रन जरूर बनाए थे, लेकिन इसे भी वह बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके थे. ऊपर से उन्हें घटिया शॉट खेलकर आलोचकों को कोपभाजन पड़ा. और अब दूसरी पारी में रोहित शर्मा के बहुत ही सस्ते में आउट होने के बाद एक बहुत ही खास मामले में उनका हाल बहुत ही खराब हो गया है. वास्तव में रोहित ने अगर आने वाल टेस्ट मैचों में अपनी बल्लेबाजी में सुधार नहीं किया, तो उनका हाल बद से बद्तर होता चला जाएगा. दूसरी पारी में रोहित नॉथन लॉयन के घुमाव और उछाल के समक्ष असहज नजर आए. और नॉथन ने उन्हें अपने जाल में फंसा ही लिया. और दोनों पारियों में रोहित के आउट होने के तरीके ने बयां किया कि उन्हें वनडे की मानसिकता से तेजी से बाहर निकलना होगा.
वजह यह है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो रन तो उनसे बनंगे ही नहीं, वहीं वह उस दलदल में और ज्यादा धंसते जाएंगे, जिसमें वह पहले से ही बहुत ज्यादा धंसे हुए हैं. यह दलदल खास है!! हम आपको बता दें कि जब बात अपनी और विदेशी जमीं पर औसत में अंतर की आती है, तो रोहित शर्मा इसमें शीर्ष पर विराजमान हैं. और यह साफ कहता है कि टेस्ट में रोहित शर्मा भारतीय जमीं पर ही ज्यादा मुफीद बल्लेबाज हैं. और यह हम नहीं कह रहे, यह दलदल रूपी आंकड़े कह रहे हैं. इस स्पेशल आंकड़े के लिए हमने कम से कम दस पारियों को पैमाना बनाया है. अगर शीर्ष छह बल्लेबाजों की बात करें, तो इसमें सबसे अच्छी स्थिति भारत के पूर्व क्रिकेटर विजय हजारे हैं. हजारे का विदेशी और भारतीय धरती पर औसत का अंतर 33.60 का है. इस मामले में हेमू अधिकारी (33.86) पांचवें, एडम वोग्स (36.56) चौथे, बॉब कॉपर (42.45) तीसरे नंबर पर हैं. इस दलदल रूपी अंतर के मामले में डगलस जार्डिन (43.29) दूसरे और रोहित शर्मा (60.51) पहले नंबर पर हैं. आप देख सकते हैं कि रोहित शर्मा और नंबर दो बल्लेबाज के बीच औसत का अंतर कितना ज्यादा है. मतलब आज के दौर का कोई बल्लेबाज शीर्ष छह में भी नहीं है. ऐसे में रोहित शर्मा का यह बड़ा अंतर चिंता वाली बात है. और उन्हें इसे और आगे नहीं बढ़ने देना है, तो ऑस्ट्रेलिया में बड़ी-बड़ी पारियां खेलनी होंगी.
IND vs AUS : रोहित शर्मा बड़ी पारी खेलने में रहे नाकाम, पहली पारी में बनाए थे 37 रन
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