नई दिल्ली: विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के देश में टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा है. भारतीय टीम ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज 2-1 के अंतर से अपने नाम की और ऑस्ट्रेलिया को उसी के देश में टेस्ट सीरीज हराने वाली पहली एशियाई टीम बनने का गौरव हासिल किया. टीम ने अपने इस प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और इयान चैपल जैसे दिग्गजों की बोलती बंद कर दी. भारत के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया टीम को कमजोर माना जा रहा था, लेकिन इसके बावजूद इन दोनों ने टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया टीम की जीत की भविष्यवाणी कर दी थी. बड़बोले रिकी पोंटिग ने इससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए कह दिया था कि ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा सीरीज में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से ज्यादा रन बनाएंगे. ये दोनों ही पूर्व खिलाड़ी अपने अनुमान में पूरी तरह गलत साबित हुए.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज शुरू होने के पहले अनुमान लगाया था कि उस्मान ख्वाजा इस सीरीज में विराट कोहली से ज्यादा रन बनाएंगे. पोंटिंग ने अपनी टीम के पक्ष में भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि ऑस्ट्रेलिया 2-1 से इस सीरीज को अपने नाम करेगी. पोंटिंग ने उस समय कहा था, ‘उस्मान ख्वाजा इस समय अच्छे फॉर्म में हैं और और उनका ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन शानदार है. मुझे उम्मीद है कि वह सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाएंगे और मैन ऑफ द सीरीज भी रहेंगे.’ पोंटिंग का यह अनुमान उनका बड़बोलापन बनकर रह गया. उस्मान ख्वाजा सीरीज के चार टेस्ट में 28.28 के साधारण से औसत से 198 रन ही बना पाए, इसमें 72 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस टेस्ट सीराीज में एक शतक की मदद से 282 रन बनाए.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और क्रिकेट समीक्षक इयान चैपल ने भी कहा था कि भारत चार टेस्ट मैच की यह सीरीज हार जाएगा. चैपल ने सीरीज से पहले कहा,‘मैं ऑस्ट्रेलिया को चुनूंगा लेकिन मुझसे कारण मत पूछना. भारत ने जिस तरह से इंग्लैंड में खेला, वह निराशाजनक था. मुझे लगता है कि उन्हें वह सीरीज जीतनी चाहिए थी.’ इयान ने कहा,‘प्रतिभा के दम पर वे इस ऑस्ट्रेलियाई टीम को हरा सकते हैं लेकिन कुछ तो कमी है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी आक्रमण अच्छा है.’ उन्होंने कहा,‘ऑस्ट्रेलियाई हालात में उसके गेंदबाज कहर बरपा सकते हैं लेकिन भारतीय गेंदबाजों के बारे में यह नहीं कहा जा सकता. यही वजह है कि मैं ऑस्ट्रेलिया को तरजीह दूंगा.’