शुक्रवार को भारत ने रांची के JSCA स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला का तीसरा एकदिवसीय मैच खेला। मेन इन ब्लू को इस मैच में 32 रनों से हार का सामना करना पड़ा, हालांकि टीम इंडिया श्रृंखला में 2-1 से आगे है, जिसमें मोहाली और दिल्ली में दो मुकाबले खेले जाने बाकी हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में भारतीय खिलाड़ी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों के सम्मान में आर्मी कैप पहनकर मैदान में उतरे थे। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल एमएस धोनी ने खिलाड़ियों को कैप बांटी थी।
भारतीय खिलाड़ियों ने इस मैच की अपनी मैच फीस भी राष्ट्रीय रक्षा कोष (एनडीएफ) को दान किया था। हालांकि इस बात से पाकिस्तान को मिर्ची लग गई। पाकिस्तान ने आर्मी कैप पहनने के लिए भारतीय टीम को दोषी ठहराया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आईसीसी से भारतीय टीम के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। जबकि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इस मुद्दे के बारे में ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि पाकिस्तान की टीम को इस मामले का विरोध करने के लिए काले बैंड पहनना चाहिए, जब कश्मीर एक कठिन दौर से गुजर रहा है।
देश के क्रिकेट बोर्ड BCCI ने पहल करने से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के प्रमुख डेविड रिचर्डसन से अनुमति ली थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को आईसीसी के सीईओ डेव रिचर्डसन से अनुमति मांगी थी कि खिलाड़ियों को एक चैरिटी फंड जुटाने के प्रयास में भाग लेने दें और सैनिकों की याद में टीम इंडिया को सेना की टोपी पहनने दें। इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने स्पष्ट किया है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को आर्मी कैप पहनने और सेना के लिए एक चैरिटी फंड जुटाने के लिए ICC के सीईओ डेव रिचर्डसन से अनुमति मांगी थी।