भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के स्वामित्व वाला IDBI बैंक आने वाले दिनों में एक ही मंच के जरिए बैंकिंग और बीमा सेवाएं मुहैया करा सकता है. इसके लिए बैंक योजना पर काम कर रहा है. बैंक की ओर से एक बयान में कहा गया, ‘‘आईडीबीआई बैंक अपने सभी ग्राहकों को एक ही जगह बैंकिंग और बीमा सेवाएं देने के लिए आवश्यक प्रावधान कर रहा है. IDBI बैंक और एलआईसी ने शाखाओं, कार्यालयों के अलावा कर्मचारियों की साझी संपदा के जरिए एक-दूसरे की कारोबारी विशिष्टता का लाभ उठाना शुरू कर दिया है.’’
बैंक ने कहा कि इस वजह से बेहतर ऑपरेशंस और बेहतर फाइनेंसिंग का रास्ता खुलेगा. इससे सरकार और एलआईसी समेत सभी संबंधित पक्षों का धन अधिकतम स्तर पर पहुंचेगा. बैंक ने कहा कि ये रणनीतिक योजनाएं आईडीबीआई और एलआईसी दोनों को कारोबारी विशिष्टता का पूरी तरह लाभ उठाने में सक्षम बनाएंगी. यही नहीं, बैंक निदेशक मंडल ने बैंक एश्योरेंस के तहत एलआईसी को कॉरपोरेट एजेंट बनाने को मंजूरी दी है. एलआईसी के चेयरमैन को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया है.
इसके अलावा बैंक मौजूदा प्रबंध निदेशक (एमडी) राकेश शर्मा को अगले तीन साल के लिये और एमडी एवं सीईओ बनाने पर विचार कर रहा है. बता दें कि बीते महीने ही सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा संचालित भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहे आईडीबीआई बैंक में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा किया है. आईडीबीआई बैंक ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4,185 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था. इस दौरान बैंक की कुल आय घटकर 6,190.94 करोड़ रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक की आय 7,125.20 करोड़ रुपये थी.