नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में लगभग सभी एग्जिट पोल एनडीए की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं.पोल ऑफ एग्जिट पोल्स में भी बीजेपी की सरकार बनने के संकेत मिल रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व में चुनाव विशेषज्ञ योगेंद्र यादव ने भी दावा किया है कि इस बार नतीजों में हमें हैरान होने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के एग्जिट पोल से कोई बड़ी हैरानी नहीं है क्योंकि वहां पहले से ही संकेत मिल रही थे कि वाईएसआर कांग्रेस वहां टीडीपी से अच्छा प्रदर्शन कर रही है. लेकिन उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से जो संकेत मिल रहे हैं, वह हतप्रभ करने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि शुरू में ऐसा लगता था कि सपा और बीएसपी का गठबंधनबीजेपी को धराशायी कर देगा लेकिन ऐसा होते दिख नहीं रहा है. योगेंद्र यादव का मानना है कि या तो दोनों को बीच बराबर की लड़ाई होगी या फिर बीजेपी को ज्यादा सीटें आएं. उन्होंने कहा कि कागजों में बीजेपी कमजोर भले ही लग रही थी क्योंकि माना जा रहा था कि दलित+यादव+मुस्लिम वोट मिलकर बीजेपी पर भारी पड़ेंगे. लेकिन अब चुनाव के तरीके बदल गए हैं और केवल जातियों के दम पर चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं. इसके लिए एक बड़ा सपना दिखाना पड़ता है, तस्वीर दिखानी पड़ती है जो महागठबंधन के पास नहीं थी.
योगेंद्र का कहना था कि लोगों से बात करो तो कहेंगे हां, या सब ठीक है यादव और मुस्लिम तो महागठबंधन को वोट दे ही रहा है लेकिन उसी यादव परिवार का कोई लड़का चुपचाप कहीं और वोट दे आता है. दलित समुदाय से कोई जाति कटकर कहीं और चली जाती है. योगेंद्र यादव का कहना है कि इस सब की वजह से मैं भी एग्जिट पोल हतप्रभ हैं और साथ में यह भी कहा कि थोड़ा हैरान रहने के लिए तैयार रहिए क्योंकि बीजेपी जमीन में उतनी कमजोर नहीं है. उसकी वजह यह है कि मोदी को लेकर देश में जो रुझान है, ये जो गुजरात से चल रहा है पूरे उत्तर और पश्चिमी भारत में एकतरफा है.
वह हर राज्य में दो चार प्रतिशत पर असर डाल रहा है. गांव में चुपचाप 50 लोग दूसरी ओर वोट डाल आते हैं. ऐसा संभव है. योगेंद्र यादव का कहना था कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी साफ था बीजेपी यहां फायदे में है. ऐसा लग रहा है कि बीजेपी ने 30 फीसदी आंकड़ा पार कर लिया है और बीजेपी के पक्ष में वैसा ही उफान है जैसा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को लेकर था और जब ऐसा होता है कि आप कह नहीं सकते कि कितनी सीटें आ जाएंगी. लेकिन बीजेपी 10 से अधिक सीटें आने वाली हैं. ओडिशा में भी बीजेपी कम से कम आधी सीट पा रही है.