नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘अभिनेता’ करार दिया और कहा कि इससे अच्छा होता कि अमिताभ बच्चन को प्रधानमंत्री बना दिया जाता. प्रियंका ने मिर्जापुर में रोड शो के बाद कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कोई नेता नहीं हैं, बल्कि अभिनेता हैं. इससे अच्छा होता अगर अमिताभ बच्चन को प्रधानमंत्री बना दिया जाता. उन्होंने कुशीनगर में कहा, ”आपने ‘शोले’ फिल्म में असरानी का रोल देखा होगा. वह हमेशा कहता रहता था कि अंग्रेजों के जमाने में….उसी तरह मोदी जी हमेशा जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के जमाने की बात करते रहते हैं. वह अपने पिछले पांच साल में किये गये कामों के बारे में बात क्यों नहीं करते?
प्रियंका ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में ताकत जनता के हाथ में होती है लेकिन आज लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. मैं कुछ महिला शिक्षामित्रों से मिली, जब उन्होंने सरकार से अपने अधिकार मांगे तो उन पर लाठियां बरसायी गयीं और उन्हें जेल में डाला गया. कांग्रेस महासचिव ने आगाह किया कि जनता भाजपा के विज्ञापनों के झांसे में नहीं आये, क्योंकि उनमें विकास की झूठी तस्वीर पेश की जाती है. सरकार की वादाखिलाफी से बेजार किसान छुट्टा पशुओं की समस्या से परेशान हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का एकमात्र मकसद सत्ता हथियाना है. मोदी पिछले लोकसभा चुनाव में जनता से किये गये तमाम वादों को पूरा करने में नाकाम रहे हैं.
कांग्रेस झूठे वादे करने के बजाय किसानों, गरीबों और युवाओं के हित में काम करती है. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में किये गये कार्यों का हिसाब देने में नाकाम रहे हैं. देश में एक ऐसी सरकार है जिसने देश की संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर करने का काम किया है. भाजपा के सारे वादे खोखले साबित हुए हैं. प्रियंका ने बीच में अज़ान की आवाज सुनकर अपना भाषण रोक दिया. अज़ान पूरी होने के बाद उन्होंने अपना सम्बोधन दोबारा शुरू किया. उन्होंने किसानों से कहा कि जब छुट्टा पशु आपके खेत खाये जा रहे हैं, तब क्या खुद को चौकीदार कहने वाले सरकार के मंत्री आपके खेत की रखवाली करने आते हैं. नोटबंदी से देश में कालाधन वापस लाने की बात कही थी. कुछ नहीं आया, सिवाय परेशानियों के. इसके अलावा 50 लाख रोजगार घटे हैं.
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले वादा किया गया था कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे, मगर सच्चाई क्या निकली? मोदी के शासन में पांच करोड़ रोजगार घट गये. तमाम नौजवान सड़क पर आ गये. किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कही गयी. क्या हुआ, किसान की आमदनी आधी हो गयी है. प्रियंका ने कहा कि पिछले पांच सालों से किसान बेहाल हैं. उन्हें उपज का सही दाम नहीं मिल रहा और देश में 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना मिलेंगे. किसानों, गरीबों और युवाओं का भविष्य सुधरेगा. इससे पहले, प्रियंका ने मिर्जापुर में कांग्रेस प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी के समर्थन में रोड शो किया. करीब दो किलोमीटर का यह रोड शो नगर के डंकीनगंज चौराहे से शुरू होकर वासलीगंज के संकट मोचन चौराहे तक चला.