
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत रैपिड रेल को आधुनिक भारतीय रेल की त्रिवेणी कहा है। इस त्रिवेणी की दो नई रेलगाड़ियां का परिचालन बिहार से होने वाला है। बिहार में पहले से ही कई वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन किया जा रहा है, जबकि एक अमृत भारतीय एक्सप्रेस का परिचालन पहले से दरभंगा और आनंद विहार टर्मिनल के बीच वाया अयोध्या किया जा रहा है। हाल ही में, रेलवे ने बिहार के लिए कई नई परियोजनाएं स्वीकृत की है।
नमो भारत रैपिड रेल वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ही ने भारत की नई पहचान बनी है। नमो भारत रैपिड रेल ने इंटरसिटी ट्रैवल के क्षेत्र में एक नया मुकाम गढ़ा है। पहले नमो भारत रैपिड रेल का परिचालन गुजरात के अहमदाबाद और भुज के बीच किया गया और अब दूसरी नमो भारत रैपिड रेल का परिचालन जयनगर और पटना के बीच किए जाने की घोषणा की गई है। पहले नमो भारत में जहां एयर कंडीशन्ड 12 कोच थे,वहीं बिहार की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जयनगर-पटना नमो भारत रैपिड रेल में 16 कोचों की व्यवस्था की गई है जिसमें 2000 से अधिक यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं।
सहरसा से लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए चलाई जाने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस देश की तीसरी अमृत भारत एक्सप्रेस है। पहले दो अमृत भारतीय एक्सप्रेस गाड़ियों का परिचालन दरभंगा से आनंद विहार टर्मिनल तथा मालदा टाउन से कर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरू के बीच में किया जा रहा है। इस अमृत भारत एक्सप्रेस को 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के हिसाब से डिजाइन किया गया है। इस आधुनिक ट्रेन का निर्माण मेड इन इंडिया अभियान के तहत इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री, श्री पेरम्बूर, चेन्नई में किया गया है।