लखनऊ : पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के कायरतापूर्ण हमले में बीएसएफ जवान की मौत और शव को क्षतविक्षत करने के मामले पर भारत सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. देशभर में बढ़ते गुस्से के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीएसएफ डीजी से इस मामले पर बात की है और जरूरी कार्रवाई का निर्देश दिया है.
जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर से मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से गायब हुए बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह का शव मिला था. इस मामले में बीएसएफ के सूत्रों ने कई खुलासे किए हैं. पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में हमारे जांबाज नरेंद्र सिंह को न सिर्फ मारा बल्कि उनके शव के साथ भी बर्बरता की.
बीएसएफ जवान की हत्या पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि यह एक क्रूर हमला है. बीएसएफ ने इस पर संज्ञान लिया है. हम भी इस मामले पर पाकिस्तान के साथ उचित तरीके से उठाएंगे.
रामगढ़ इलाके की एसपी-1 सीमा चौकी के पास गोलीबारी के बाद जख्मी जवान का गला रेत दिया गया था और उनके अंगों को भी क्षत-विक्षत कर दिया गया था. इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है. भारत ने पाकिस्तान से इस मामले पर विरोध भी जताया है.
सूत्रों के मुताबिक जब BSF को अपने जवान नरेंद्र सिंह के गायब होने की जानकारी मिली तो करीब 2:00 बजे BSF ने पाकिस्तानी रेंजर्स के अधिकारियों को फोन किया, लेकिन फोन की घंटी बजती रही और पाकिस्तानी रेंजर्स ने फोन नहीं उठाया. करीब तीन बार कॉल करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स फोन पर आए और उन्होंने कहा कि वह अपने सीनियर अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी देंगे.
काफी देर तक इंतजार करने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने फोन पर BSF के अधिकारियों से बातचीत की और इससे वह साफ मुकर गए कि उन्होंने अपनी तरफ से BSF के पोस्ट पर किसी भी तरीके की फायरिंग की है. 5 बजे पाकिस्तान इस बात के लिए तैयार हुआ कि BSF पार्टी सीमा पार आ सकती है. हालांकि, काफी खोजबीन करने के बाद नरेंद्र सिंह की डेड बॉडी वहां मौजूद जंगली घास के बीच पाई गई.
बीएसएफ जवान से पाकिस्तान की बर्बरता से देश में गुस्सा है. आम लोगों के साथ-साथ तमाम राजनीति दल मोदी सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.