लखनऊ : पीएम नरेंद्र मोदी 14 जुलाई को यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे. पीएम मोदी आज़मगढ़ से एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करेंगे. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ से गाज़ीपुर तक बनेगा और देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. इसकी कुल लंबाई 353 किलोमीटर होगी. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे. समाजवादी पार्टी के गढ़ आज़मगढ़ में बीजेपी की सेंध लगाने की कोशिश. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज़मगढ़ से सांसद हैं.
लखनऊ से गाजीपुर के 353 किलोमीटर लंबी इस रोड परियोजना की लागत करीब 25 हजार करोड़ रुपए आने का अनुमान है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा.यह एक्सप्रेस वे 6 लेन का होगा, जिसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इसकी मदद से लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा 4 घंटे में पूरी होगी. जानकारी के मुताबिक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को अयोध्या, इलाहाबाद, वाराणसी और गोरखपुर से लिंक रोड से जोड़ा जाएगा.
70 करोण की लागत
योगी सरकार जिस पूर्वांचल एक्सप्रेव को बनवाने जा रही है वह लखनऊ से गाजीपुर के बीच 353 किलोमीटर का होगा, जिसको अखिलेश यादव ने ही प्रस्तावित किया था. इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 24627 करोड़ रुपए की लागत आएगी, यानि प्रति किलोमीटर एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. वहीं लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे जिसकी कुल लंबाई 302 किलोमीटर है इसके निर्माण में प्रति किलोमीटर की लागत 50 करोड़ रुपए थी. ऐसे में इस लिहाज से योगी सरकार में बनने वाले लखनऊ-गाजीपुर के एक्सप्रेस वे की प्रति किलोमीटर की लागत 20 करोड़ रुपए अधिक होगी. दिल्ली से गाज़ीपुर का सफ़र होगा आसान
यह एक्सप्रेस-वे यूपी की राजधानी लखनऊ से पूर्वी यूपी के गाज़ीपुर को जोड़ेगा. लखनऊ के चंदसराय गांव से शुरू होगा एक्सप्रेस-वे और गाज़ीपुर के हैदरिया गांव तक बनेगा. यह एक्सप्रेस-वेटोटल एक्सेस कंट्रोल्ड होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में आज़मगढ़ से गोरखपुर के लिए नया लिंक एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा जो कि लगभग 100 किमी का लिंक एक्सप्रेस वे होगा, जो योगी के गृह जनपद को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा. 2 साल 6 महीने में एक्सप्रेस वे का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.