अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी सरकार के विज्ञापन में कोलकाता के फ्लाईओवर और विदेशों की फैक्ट्रियों की तस्वीरें चस्पा कर देने वाले अंग्रेजी समाचार पत्र से अब सरकार ने भी जवाब तलब किया है।
इस मुद्दे पर विपक्ष के हमलों से घिरी और सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही सरकार ने इस गलती की वजह पूछी है। हालांकि सरकार के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि इस गलती से सरकार का लेना देना नहीं है।
एक अंग्रेजी पत्र ने हाल ही में यह विज्ञापन प्रकाशित किया था। कई पेज के इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री की तस्वीरों के साथ जो तस्वीरें दिखाई गई थीं। उसमें यूपी का फ्लाईओवर बताया जाने वाला फ्लाईओवर असल में कोलकाता का था।
इसी तरह विदेशों की कई तस्वीरें भी फैक्ट्रियों व इमारतों का विकास दिखाने के लिए लगा दी गई थीं। इस विज्ञापन को लेकर तृणमूल कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार पर तीखे हमले किए।
ट्वीटर पर यूजर्स ने सरकार को खूब ट्रोल किया। अनेक यूजर्स ने अपने छोटे शहरों के मोहल्लों के नाम पर विदेशों की शानदार तस्वीरें पोस्ट करके इस विज्ञापन की खिल्ली उड़ाई। इसके बाद सरकार ने विज्ञापन जारी करने वाले पत्र से यह जवाब तलब किया है।
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने इस मुद्दे पर दर्जन भर से ज्यादा ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि बिना सरकार की मर्जी के ऐसे विज्ञापन नहीं प्रकाशित हो सकते थे। भले ही समाचार पत्र ने अपनी गलती स्वीकार कर ली हो। विदेशों की कई तस्वीरें भी यूपी के नाम पर डालकर उन्होंने तंज कसे।