टोक्यो। भारतीय कंपाउंड तीरंदाज राकेश कुमार ने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 720 में से 699 अंक बनाकर पैरालम्पिक खेलों में पुरूषों के ओपन वर्ग के रैंकिंग दौर में तीसरा स्थान हासिल कर लिया। पुरूषों के रिकर्व ओपन वर्ग में 2019 के एशियाई पैरा चैम्पियनशिप विजेता विवेक चिकारा शीर्ष दस में रहे।
दुनिया के 11वें नंबर के तीरंदाज राकेश ने इस साल दुबई में पहले विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण जीता था। वह दूसरे स्थान पर रहने से मामूली अंतर से चूक गए क्योंकि ईरान के रमेजान बियाबानी का स्कोर भी 699 था लेकिन बीचोंबीच अधिक तीर चलाने के कारण वह बाजी मार गए। राकेश ने 53 बार परफेक्ट 10 स्कोर किया जबकि ईरानी तीरंदाज ने 18 बार यह कमाल किया।
भारत के श्याम सुंदर स्वामी 682 अंक लेकर 21वें स्थान पर रहे। पैरालम्पिक के लिये क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय महिला तीरंदाज ज्योति बालियान कंपाउंड ओपन वर्ग में 15वें स्थान पर रही। एशियाई पैरा चैम्पियनशिप 2019 में टीम रजत पदक विजेता ज्योति ने 671 स्कोर किया । उन्हें और राकेश को मिश्रित युगल ओपन वर्ग में छठी रैंकिंग मिली है।
वे थाईलैंड के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेंगे। पुरूषों के रिकर्व ओपन वर्ग में चिकारा 609 अंक लेकर शीर्ष 10 में रहे। उन्होंने 20 बार परफेक्ट 10 स्कोर किया जबकि 2018 पैरा एशियाई खेल चैम्पियन हरविंदर सिंह शीर्ष 20 से बाहर रहे। ओपन श्रेणी में व्हीलचेयर और स्टैंडिंग दोनों वर्ग होते हैं।
पैरों में विकार वाले खिलाड़ी व्हीलचेयर पर बैठकर निशाना लगा सकते हैं। इसमें सहायक उपकरणों का इस्तेमाल विकार के आधार पर किया जा सकता है। इसके साथ ही कमान के तार को मुंह से खींचकर भी निशाना लगाने की अनुमति रहती है।