अशाेक यादव, लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद की 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। अभ्यर्थी जहां पिछले 57 दिनों से धरने पर बैठे है, वहीं आठ अभ्यर्थियों ने अनशन शुरू कर दिया है। वहीं आठ अभ्यर्थी ऐसे हैं जो पिछले सात दिनों से पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं।
वहीं महिला अभ्यर्थियों को अब मूलभूत सुविधाओं को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महिला अभ्यर्थियों ने सोमवार को सड़क किनारे चादर की आड़ लेकर स्नान किया और पास में चादर की चार दिवारी बनाकर बाथरूम भी बना लिया है।
महिला अभ्यर्थियों का आरोप है कि उन्हें शौचालयों का इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है। पुलिस कर्मियों पर गालिया देंने का भी आरोप लगाया है।
निशातगंज स्थित एससीईआरटी भवन पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने धरना-प्रदर्शन अपना जारी रखा हुआ है। 75 जिलों से आए अभ्यर्थी बीते 57 दिनों से लगातार धरने पर बैठे हैं। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी उनकी मांगों की अनदेखी कर रहे हैं।
दरअसल अभ्यर्थी 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती में 22,000 हजार और सीटों को जोड़ने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों के मुताबिक जब तक सरकार उनकी बात नहीं मानेगी वह ऐसे ही प्रदर्शन जारी रखेंगे।
धरने पर बैठे कई अभ्यर्थियों ने बताया सोमवार सुबह पानी को लेकर पुलिस कर्मचारियों से बहस हो गयी। इस दौरान पुलिस के जवानों ने उन पर लठियां भांजी और जिसमें अभ्यर्थियों को चोटें भी आयी हैं।
रविवार से आठ अभ्यर्थियों ने भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। भूख हड़ताल पर बैठने वाले अभ्यर्थियों में निधि तिवारी, अशीष बरनवाल, रितेश कुमार सिंह, योगेश गुप्ता, राघवेन्द्र प्रसाद मिश्रा, नदीम, संजय सिंह शामिल हैं।