अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की योगी सरकार अगस्त माह में विधानमंडल का मानसून सत्र बुलाने पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद सत्र शुरू होकर माह के अंत में खत्म करने का प्लान सरकार बना रही है। इस दौरान 2022 के आगामी चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट ला सकती है।
इसमें युवाओं को लुभाने के लिए कई सेक्टर्स में नौकरियों का ऐलान संभव है। वहीं, धार्मिक नगरी जैसे अयोध्या, मथुरा, काशी और चित्रकूट के लिए बड़े बजट का ऐलान भी संभव है। सूत्रों के अनुसार, पिछले कैबिनेट बैठक में विधानमंडल सत्र आयोजित करने का प्रस्ताव भी लाया गया था। लेकिन उस पर कोई निर्णय न कर आगे टाल दिया गया। माना जा रहा है कि अगले कैबिनेट बैठक में विधानमंडल सत्र को लेकर प्रस्ताव ला सकती है।
प्रदेश सरकार अधूरे वादों की पड़ताल के साथ लोगों की नाराजगी दूर करने पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि मुद्दों का अध्ययन कर चुनाव से पहले उसे दूर करने वाले कई तरह के सुझाव व प्रस्ताव पर विचार हो रहा है। अनुपूरक बजट में कई नई योजनाओं का भी ऐलान किया जा सकता है। इसी तरह नई जनसंख्या नीति को राज्य विधि आयोग की संस्तुतियों पर अमल के लिए प्रस्तावित विधेयक को पास कराया जा सकता है।
2021-22 के अनुपूरक बजट मैं सरकार कई क्षेत्रों में नौकरी का ऐलान कर सकती है। इससे युवाओं में बढ़ती नाराजगी कम हो और आने वाले चुनाव के बाद उन्हें नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाए। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कई अन्य प्रकार के प्रस्ताव सरकार लाकर हर वर्ग में विकास और काम की बात पर अमल किया जा सकता है। इसमें विधानसभा चुनाव से पहले आम लोगों को खुश करने वाले कई ऐलान हो सकते हैं।
यूपी की योगी सरकार द्वारा मानसूत्र बुलाने प्लान पर कांग्रेस यूपी इकाई के अध्यक्ष अजय लल्लू ने तंज कसते हुए कहा कि सूबे की योगी सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। इसल सरकार के पास सिर्फ जुमले हैं। अगर सरकार यह बजट लाती है तो सिद्ध हो जाएगा कि सिर्फ़ झूठ बोलने के लिए यह सत्र बुला रही है। अब क्या होगा जब चिड़िया चुग गई खेत। 2022 में योगी सरकार का जाना तय है जनता ने मन बना लिया है।