अशाेक यादव, लखनऊ। एटीएस की कार्रवाई में पकड़े गये दोनों ही आंतकियों ने कुबूल किया है कि 15 अगस्त से पहले लखनऊ को दहलाने की तैयारी थी, उसके बाद प्रयागराज और वारणसी का नंबर था, ये बात आंतकियों ने एटीएस की पूछताछ में कबूल की है। इसके साथ ही आगरा, मेरठ, बरेली व अयोध्या का नंबर था।
इस बारे में जानकारी देते हुए एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि आंतकी मिनहाज अहमद और मसरूद्दीन ने माना है कि प्रेशर कुकर बम की खेप बड़े स्तर पर तैयार की जा रही थी, इन दोनों आतंकवादियों का कानपुर कनेक्शन सामने आया है। प्रशांत कुमार ने बताया कि दोनों आतंकी अंसार गजवातुल हिंद से जुड़े हैं। इनके टारगेट पर उत्तर प्रदेश के सभी बड़े धार्मिक नगर थे। यह लोग मानव बम बनकर ब्लास्ट करने की तैयारी में थे। दोनो ही आंतिकयों का हैंडलर पाकिस्तान में छुपा है।
एटीएस ने बड़े मॉड्यूल का खुलासा किया है। इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम के साथ एक अर्धनिर्मित टाइम बम, असलहे और विस्फोटक सामग्री मिली है। आतंकी मिनहाज के घर के बाहर से एक गाड़ी UP32-FJ 7244 नंबर की गाड़ी मिली है। गाड़ी पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास लगा है। गाड़ी मिनहाज के पिता सिराज से नाम से है।
रविवार को एटीएस की कार्रवाई जैसे ही शुरू हुई और लोगों को पता चला कि आंतकियों से जुड़ा मामला है तो लोग दहशत में आ गये। आनन फानन में पूरे क्षेत्र को खाली करवा दिया। यहां तक लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी गयी।
एटीएस ने रविवार को जिन दो आतंकियों को पकड़ा है, उनका संबंध अलकायदा से है। उनके नाम शाहिद और वसीम हैं। दुब्बगा में रियाज और सिराज के घरों में तलाशी चल रही है। सभी से पूछताछ भी हो रही है। शाहिद के मकान को सीज किया गया है। कमांडो घर के अंदर हैं। तीनों के घर सटे हुए हैं। शाहिद के परिवार वालों से पूछताछ की गयी है।
लखनऊ में इससे पहले भी मार्च 2017 में सुरक्षा बलों ने आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था, जो आइएसआइएस के खुरासान मॉड्यूल का सदस्य था। वह कानपुर का रहने वाला था। वारदात के बाद कानुपर और उन्नाव में भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद सितंबर 2018 में चकेरी के जाजमऊ अहिरवां स्थित शिवनगर कॉलोनी पकड़े गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमां उर्फ कमरुद्दीन उर्फ डॉ. हुरैरा को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही चंद रोज पहले ही काकोरी में मतांतरण के मामले में उमर गौतम के ठिकानों पर छापा मारा गया था।
लखनऊ। पूरे सर्च अपरेशन के दौरान मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ भी पल—पल की अपडेट लेते रहे। इस दौरान मौके पर मौजूद एडीजी लॉ आर्डर और प्रशांत कुमार उनके संपर्क में बने रहे। मुख्यमंत्री ने हर बिंदुओं को सुरक्षा एंजेसी को जांच के आदेश दिए है। इसके साथ ही आंतकियों के कनेक्शन कहां कहां इस बारे में भी विस्तार से पता करने के भी निर्देश दिए हैं।
लखनऊ। काकोरी थाना क्षेत्र के जिस घर में आंतकी छिपे होने की सूचना मिली थी वहां एटीएस के कमांडो पिछले सात दिनों से निगरानी बनाये हुए थे। इस दौरान वह सादी वर्दी में भी रहे और जैसे ही जानकारी पुख्ता हुई एटीएस टीम ने रविवार को धावा बोल दिया और दो जिंदा आंतकी पकड़ लिए। सुबह दस बजे शुरू किया गया आपरेशन करीब 6 घंटे लगातार चला।
लखनऊ। एटीएस सूत्रों के मुताबिक आंतकियों से जैसे ही टीम का सामना हुआ तो कुछ कागज उन लोगों ने जला रखे थे, ऐसे में ये माना जा रहा है कि कुछ जरूरी जानकारी वह छिपा ले गये हैं, ऐसे में अब पूछताछ में पता करने की कोशिश की जायेगी कागजो में क्या था।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिस हिसाब से हथियार और विस्फोटक बरामद हुआ है उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है इनके और भी साथी हो सकते हैं, इस बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही कुछ अन्य जिलो में भी छापेमारी की जायेगी।
लखनऊ। हालांकि लखनऊ में आंतकियों के सक्रिय होने की सूचना एलआईयू ने भी दो साल पहले ही सुरक्षा एंजेसियों को सूचना दी थी कि कुर्सी रोड पर बने लखनऊ इसरो कार्यालय पर धमाके की साजिश रची जा रही है, लेकिन इस सूचना को लोकल पुलिस ने सक्रियता से नहीं लिया।