
अशाेक यादव, लखनऊ। लखनऊ एसटीएफ ने सोमवार की रात सीतापुर में बड़ी कार्रवाई की है। एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस की मदद से अवैध शराब कारोबार का भंडाफोड़ किया है।
महोली कोतवाली इलाके में छापेमारी कर एक शराब कारोबारी के ठिकाने से शराब, शराब बनाने की सामग्री, उपकरण सहित 10 लाख का माल बरामद किया है। साथ ही शराब कारोबारी को उसके एक भाई सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में दो लोग कानपुर जिले के निवासी हैं। एसटीएफ पकड़े गए इन शराब कारोबारियों को लखनऊ ले गई है। साथ ही महोली थाने में मुकदमा भी दर्ज करा दिया है, लेकिन इस बारें में एसटीएफ ने सीतापुर में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लखनऊ से आई एसटीएफ टीम ने सोमवार की आधी रात महोली पुलिस की मदद से महोली क्षेत्र के ही रिछाही पुलिस चौकी के निकट एक गुडबेल के पास शराब कारोबारी के ठिकाने पर छापेमारी की।
जानकारों का दावा है कि इस छापेमारी में पुलिस ने 148 पेटी देसी शराब, नौ ड्रम स्प्रिट, 10 हजार खाली शीशियां, दो हजार ढक्कन, दो बोरी रैपर, शराब पैकिंग करने वाली मशीन बरामद की है।
एसटीएफ ने शराब कारोबारी विजय कुमार वर्मा व उसके भाई अंकुश वर्मा, क्षेत्र के चमखर गांव निवासी बलवीर, कानपुर नगर के बिधनू निवासी शिव शंकर गुप्ता व सुमित कुमार को गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि शराब कारोबारी विजय कुमार वर्मा का महोली क्षेत्र के उरदौली गांव में देसी शराब का ठेका है। वह ठेके के आड़ में अवैध शराब का कारोबार करता पाया गया है।
वह नकली शराब बनाकर उसे अपनी लाइसेंसी दुकान पर बेचने का काम करता था। जानकार बताते हैं कि उसके कब्जे से बरामद की गई शराब आदि की कीमत लगभग 10 लाख बताई जा रही है।
लखनऊ की एसटीएफ टीम आरोपियों को लखनऊ ले गई है। इस मामले में एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर करुणेश कुमार ने महोली कोतवाली में केस दर्ज कराया है। लखनऊ की एसटीएफ टीम में सात लोग शामिल थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ द्वारा की गई छापेमारी में सीतापुर के महोली कोतवाली की भी पुलिस टीम शामिल थी। जिसमें इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडे, सब इंस्पेक्टर उदयवीर व अतुल वर्मा, हेड कांस्टेबल श्रीनाथ, राजेश कुमार कनौजिया, आरक्षी पल्लव, जीतेंद्र के अलावा सर्विलांस टीम भी शामिल थी।
महोली कोतवाली की रिछाही पुलिस चौकी के पड़ोस में पकड़ी गई लाखों की शराब के बाद से जिले की पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस अवैध कारोबार की भनक एसटीएफ को लग गई, लेकिन पड़ोस में मौजूद पुलिस चौकी से लेकर थाने तक किसी पुलिसकर्मी को जानकारी तक नहीं हो पाई यह बात लोगों के गले नहीं उतर रही है।
माना जा रहा है किस अवैध शराब कारोबार में कहीं न कहीं स्थानीय पुलिस की या तो मिलीभगत रही या फिर लापरवाही की जाती रही। एसटीएफ ने कार्रवाई कर सीतापुर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया।