अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण से गांवों को सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश में बुधवार से विशेष कोविड टेस्टिंग अभियान शुरू हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वृहद अभियान के सम्बंध में टेस्ट किट, आरआरटी की संख्या आदि में बढ़ोतरी सहित सभी जरूरी तैयारियां पहले ही पूरी की जा चुकी हैं। पांच दिवसीय विशेष अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर दस्तक देकर लक्षण वाले मरीजों की जांच करेगी।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने तेजी से उत्तर प्रदेश को अपनी चपेट में लिया है। तमाम शहरों में हालात काफी भयावह हैं। सरकार इसकी रोकथाम के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। इसके साथ ही अब गांवों के बचाव के लिए विशेष अभियान चलाने का फैसला सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि बुधवार से पांच दिवसीय अभियान शुरू किया जाए।
वहीं इस पूरे मामले में अपर मुख्य सचिव सूचना डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश के सभी 97 हजार राजस्व गांवों में निगरानी समितियां और रैपिड रेस्पांस टीमें घर-घर दस्तक देंगी। निगरानी समितियों को दस लाख मेडिसिन किट, जबकि रैपिड रेस्पांस टीमों को दस लाख एंटीजेन टेस्ट किट दी गई हैं। कुल दस लाख जांचों का लक्ष्य है।
उन्होंने बताया कि टीमें पल्स आक्सीमीटर व अन्य जांचों से पता करेंगी कि किसी को कोरोना संक्रमण के लक्षण तो नहीं है। लक्षण मिलने पर मेडिसिन किट दी जाएगी। आइसोलेट कराया जाएगा। यदि जरूरत हुई तो मरीज को अस्पताल में भी एडमिट कराया जाएगा।