अशाेक यादव, लखनऊ। महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल चित्तौरा में वसंत पंचमी को भूमिपूजन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सबके लिए आज गौरव का दिन है। लगभग एक हजार वर्ष पूर्व विदेशी आक्रांता से महाराजा सुहेलदेव ने इसी धरती को पूरी तरह सुरक्षित किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने बहराइच में चार वर्ष पहले इस क्षेत्र को आरोग्य बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज दिया था। जो बनकर तैयार हो गया है। उसे महाराजा सुहेलदेव का नाम दिया गया है, जिसका उद्घाटन आज मोदी जी कर रहे हैं।
महाराजा सुहेलदेव के स्मरण के साथ ही हमें महर्षि बालार्क का भी स्मरण हो आता है, जिनकी प्रेरणा से इस क्षेत्र में राजाओं ने एकत्र हो करके सुहेलदेव के नेतृत्व में उस समय के विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ इतिहास की ऐसी लड़ाई लड़ी थी। उनके शौर्य और पराक्रम के कारण अगले डेढ़ सौ वर्षों तक कोई विदेशी आक्रांता फिर हमला करने का दुस्साहस नहीं कर सका।
बहराइच को नई पहचान देने वाले ऋषि बालार्क के नाम पर भी प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने जिला चिकित्सालय का नामकरण कर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। देश की आजादी के लिए लड़ने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गोरखपुर के चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम के जरिए हर एक शहीद स्मारकों पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
उसी श्रंखला में एक हजार वर्ष बाद महाराजा सुहेलदेव का स्मरण पहली बार किसी सरकार द्वारा हुआ है। जिस स्थल पर एक हजार वर्ष पहले महान युद्ध लड़ा गया था, उसी स्थल पर आज भव्य स्मारक का शिलान्यास हुआ है।