अशाेक यादव, लखनऊ। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ की शुरुआत सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर दी। उन्होंने सोमवार सुबह सभी 18 मंडलों में अभ्युदय कोचिंग का वर्चुअल शुभारंभ किया।
इस दौरान सीएम योगी ने पंजीयन कराने वाले कुछ अभ्यर्थियों से बात भी की। वसंत पंचमी यानी मंगलवार से सभी मंडलों में फिजिकल और वर्चुअल क्लास शुरू हो जाएंगी। इस योजना के तहत छात्रों को सिविल सर्विस, आईआईटी जेईई, नीट सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छात्रों से जुडे तो उन्होंने कई छात्रों से सवाल जवाब किया। इस दौरान सिविल सेवा की तैयारी के लिए पंजीकरण कराने वाले मेरठ के हिमांशु बंसल ने भी सीएम योगी से संवाद किया। हिमांशु ने मुख्यमंत्री से किसानों से जुड़ा सवाल पूछा। हिमांशु ने पूछा कि किसान कानून को लेकर जो स्थिति है उसको देखते हुए प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए क्या कर रही है और उनकी आय बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप अपनी तैयारी के लिए पंजीकरण कराने के साथ ही किसानों को लेकर भी चिंतित हैं, यह बहुत अच्छी भावना है। इसके बाद वहां पर मौजूद सभी के चेहरे खिल उठे। मुख्यमंत्री ने बताया कि आजादी के बाद देश में पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में सॉइल हेल्थ योजना की शुरुआत की जिसकी किसानों को सबसे ज्यादा जरूरत भी थी।
कहा कि केवल प्रदेश में 3.15 करोड़ से अधिक किसानों को इससे जुड़ा सर्टिफिकेट प्रदान किया जा चुका है। इससे वह भी अपनी जमीन के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो सकें। हमारे देश में किसान मानसून पर निर्भर होते हैं। इसलिए फसल बीमा योजना की शुरुआत हुई।
कहा कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत किसानों तक पानी पहुंचाने के साथ ही ड्रिप इरिगेशन को भी आगे बढ़ाया गया जिसमें कम लागत में अधिक उत्पादन हो सकेगा। इसके साथ ही सरकार ने किसानों के हित में स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सिफारिश की गई थी। उसी कड़ी में 3 किसान बिल बनाए गए हैं। इससे किसानों की आय दुगनी की जा सके लेकिन कुछ लोग हैं जो किसानों को खुशहाल नहीं देखना चाहते। वह भ्रम फैला रहे हैं।