राहुल यादव, लखनऊ। कोविड-19 से निपटने के लिये भारतीय रेल ने साधारण कोचों को कोविड केयर सेन्टर के रूप में परिवर्तित करने के लिये कोचों में आवश्यक बदलाव किए है। लखनऊ मण्डल के सवारी एवं मालडिब्बा विभाग (समाडि) ने निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष में 50 साधारण कोचों (BG) को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित कर दिया था।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल पर सेवित कुल 04 स्टेशनों- गोण्डा जंक्शन, बहराइच, नौतनवा (जिला महाराजगंज) तथा गोरखपुर स्थित नकहा जंगल स्टेशनों पर रेलवे कोच कोविड केयर सेन्टर लगाये गये हैं। तथा उनका पूर्ण रूप से सेनिटाइजेशन भी कर दिया गया है। कोविड केयर सेन्टर के रूप में प्रयोग किये जाने वाले इन कोचों में Mild & Very Mild Covid मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर रखा जायेगा। इन रेकों को स्टेशन पर पृथक रूप से चिन्हित किये गये प्लेटफार्म पड़ा खड़ा किया गया है तथा उपयोग के दौरान आवागमन हेतु अलग से प्रवेश तथा निकास की सुविधा प्रदान की जाएगी। इन प्लेटफार्म पर आम जन का आवागमन निषिद्ध रहेगा।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के जन संपर्क अधिकारी महेेश गुप्ता ने बताया कि मंडल प्रशासन ने प्रत्येक स्टेशन पर नोडल अधिकारियों को नामित किया है जो मुख्य चिकित्साधिकारी से समन्वय स्थापित करेंगे। प्रत्येक रेक में कुल 12 कोच लगाये गये है। कोच की स्टैण्डर्ड संरचना में 10 कोच-कोविड केयर सेन्टर, एक सेकेण्ड ए.सी.कोच एवं एक एस.एल.आर. लगाया गया है। एक कोच में मरीजों के लिये 08 केबिन बनाये गये है। पारदर्शी प्लास्टिक परदों से युक्त, प्रत्येक कोच में बने आइसोलेशन वार्ड में पहला केबिन चिकित्सकांे एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए जिसमें मरीजों के लिए अक्सीजन की सुविधा, दवाऐं, उपकरण आदि उपलब्ध रहेगें तथा बाकी आठ केबिन रोगियांे के लिए तैयार किये गये है। आइसोलेशन वार्ड में भारतीय शैली के शौचालय को बाथरूम में परिवर्तित किया गया है। मच्छरों के प्रवेश से बचने के लिए मच्छरदानी उपलब्ध कराई गयी है तथा उचित वेंटिलेशन भी दिया गया है। प्रत्येक केबिन में सूखा कूड़ा, गीला कूड़ा एवं खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ के निस्तारण हेतु फुट पैडल आपरेटेड ढक्कनदार तीन अलग-अलग डस्टबिन (लाल, नीला, पीला) प्रदान किये गये है।
कोविड-19 से निपटने के लिए कोविड कोच केयर सेन्टर तैनात
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