लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को तेज हवाओं के बीच बारिश और उपलवृष्टि से फसलें खेतों में गिर गईं। इससे सरसों और आलू की फसल को नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी एक-दो दिनों तक बदली छाई रहेगी। बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं।
राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला शुक्रवार को भी दिन भर जारी रहा। कहीं अच्छी तो कहीं हल्की बारिश हुई। कई जगह ओले भी गिरे। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
सीतापुर के कुछ हिस्से में ओले गिरे, रेउसा क्षेत्र के दूलामऊ गांव में बिजली गिरने से परवेश की बेटी क्रांती देवी की मौत हो गई।
सुलतानपुर में बूंदाबांदी के बीच टोडरपुर गांव में बिजली गिरने से चार लोग झुलस गए, धम्मौर क्षेत्र में बिजली की चपेट में आने से किशोर झुलस गया।
बलरामपुर के ग्राम कोड़री सद्दौपुर में डबकी स्कूल के पास गन्ने के खेत में बिजली गिरने से शेषराम झुलस गया।लखीमपुर में तेज हवाओं के बीच बारिश से फसल को क्षति पहुंची।
अयोध्या के बीकापुर में ओले गिरे हैं। बहराइच में 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवाएं चलती रही। श्रावस्ती के गिलौला मनिकापुर खुर्द में बिजली गिरने से मां-बेटी झुलस गई।
रायबरेली में रात बूंदाबांदी के बाद सुबह तेज बारिश हुई। कई इलाकों में बिजली भी गिरी लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
बाराबंकी के दरियाबाद क्षेत्र में बारिश और तेज हवा के बीच ओले गिरे। इससे गेहूं की फसल खेतों में गिर गई।
हरदोई, गोंडा, अंबेडकरनगर, और अमेठी में भी बादल छाए रहे।अलीगढ़ में आधी रात को आंधी, बारिश व ओलावृष्टि से कांवड़ियों के लिए लगे शिविरों के बंबू उखड़ गए। रबी फसल को नुकसान हुआ और गांव कनौबी में बिजली गिरने से महिला की मौत हो गई।
मुरादाबाद में दिन भर तेज आंधी के बाद बारिश होती रही।
आगरा और इसके आसपास के मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, एटा और कासगंज जिले में गुरुवार रात करीब 11 बजे बारिश हुई।
आगरा, मथुरा और एटा में ओलावृष्टि हुई। बरेली में रात से शुक्रवार सुबह तक हल्की बारिश हुई। बरेली, बदायूं व पीलीभीत में हल्के ओले गिरे।
मेरठ और आसपास के सभी जिलों में रात से शुक्रवार दोपहर तक बारिश हुई। कई जगह ओलावृष्टि भी हुई।
फसल को नुकसान
किसानों के मुताबिक बारिश और बयार से रबी की फसल खेतों में बिछ गई है। इससे गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। जहां ओलावष्टि और तेज हवा नहीं चली वहां बारिश से फसल को लाभ पहुंचने का अनुमान है।
गेहूं और गन्ने की फसल में यह बारिश लाभप्रद रहेगी, लेकिन इसके उलट सेहत पर बारिश भारी पड़ती नजर आ रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कौशांबी व सीतापुर में वज्रपात से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने इस आपदा में दिवंगत लोगों की शांति की कामना करते हुए उनके परिवारीजन के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने कौशांबी एवं सीतापुर के जिलाधिकारियों को पीड़ित परिवार को राहत राशि तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए और घायल व्यक्तियों के समुचित चिकित्सा प्रबंध करने की भी हिदायत दी है।