भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस में जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। दिग्विजय सिंह और वन मंत्री उमंग सिंघार के बीच जारी रस्साकस्सी में कल अन्य विधायक भी कूद पड़े। कई विधायकों ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों के उपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप जड़ दिया। तराना विधायक महेश परमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने बयानबाजी कर रहे मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं वन मंत्री उमंग सिंघार ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से एक घंटे तक गोपनीय चर्चा की। बिजावर से समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला ने गृहमंत्री बाला बच्चन, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल समेत कई अन्य मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस विधायक गिर्राज दंडोतिया, बाबूलाल जंडेल और बैजनाथ सिंह कुशवाह ने दूसरे मंत्रियों पर हमला किया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अवैध रेत उत्खनन के मामलों की जानकारी के लिए खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल से बात की। इसके बाद देर शाम राजनीतिक मामलों की कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में उन्होंने कुछ मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा भी की। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इस मामले में मुख्यमंत्री कड़ी कार्रवाई के निर्देश दे सकते हैं। कई विधायकों ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों के उपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप जड़ दिया। तराना विधायक महेश परमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने बयानबाजी कर रहे मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस में घमासान, विधायकों ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
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