नई दिल्ली: कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी पर सूबे के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दुख जताया है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि मैं आपको बता देना चाहता हूं कि डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी से मुझे कोई खुशी नहीं है. मैं भगवान से दुआ करता हूं कि वह जल्द ही बाहर आ जाएं. बीएस येदियुरप्पा ने आगे कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में किसी के लिए घृणा का भाव नहीं रखा है और न ही मैंने किसी का बुरा नहीं चाहा है. बता दें कि डीके शिवकुमार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के थोड़ी देर पहले ही चिदंबरम ने कांग्रेस दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसके बाद CBI की टीम उनके घर पहुंच गई थी. चिदंबरम के घर का दरवाजा बंद होने के कारण CBI के अधिकारी दीवार फांदकर घर में घुस गए थे.
पी चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके घर के बाहर जमा हो गए थे. इस दौरान बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे थे. बाद में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच आपसी झड़प की खबरें आई. इससे पहले की हालात बिगड़े पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया गया था. पी चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा था कि मैं कानून से भागा नहीं हूं. मैं न्याय के लिए लड़ रहा था. मैं अपना सिर ऊंचा करके रहूंगा. जीवन और आजादी में बेहिचक आजादी चुनूंगा और आजादी के लिए लड़ना पड़ता है. INX मामले में मेरे खिलाफ आरोप नहीं है.” प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ सलमान खुर्शीद, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी भी मौजूद थे. बता दें कि आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपों का सामना कर रहे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम बुधावार देर शाम नाटकीय ढंग से कांग्रेस मुख्यालय पर पहुंचे और दावा किया था कि वह कानून से भाग नहीं रहे हैं एवं उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय के मीडिया हॉल में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह दावा किया था. संवाददाताओं से बातचीत के फौरन बाद चिदंबरम राजधानी के सभ्रांत इलाके जोरबाग स्थित अपने आवास पर पहुंच गये थे.
इसी आवास पर कल रात प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उनके नाम से एक नोटिस चस्पा किया था. चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा था कि मुझे लगता है कि लोकतंत्र की बुनियाद स्वतंत्रता है. मैंने स्वतंत्रता का चुनाव किया है.” उन्होंने कहा था कि पिछले 24 घंटों में बहुत कुछ हुआ जिससे बहुत लोगों को चिंता हुई और भ्रम की स्थिति पैदा हुई. चिदंबरम ने कहा था कि मैं किसी अपराध का आरोपी नहीं हूं. मेरे परिवार का कोई सदस्य इस मामले में आरोपी नहीं है.” उन्होंने कहा था कि ऐसी धारणा पैदा की जा रही है कि बड़ा अपराध हुआ है और उनके एवं उनके बेटे ने अपराध किया है. ‘‘यह सब झूठ है.” चिदंबरम ने कहा था कि मैंने अग्रिम जमानत की मांग की. मेरे वकीलों ने उच्चतम न्यायालय से गुहार लगाई कि सुनवाई की जाए. मैं पूरी रात वकीलों के साथ काम कर रहा था. आज पूरे दिन भी वकीलों के साथ काम कर रहा था.” उन्होंने कहा था कि मैं कानून से बच नहीं रहा था, कानून के संरक्षण का प्रयास कर रहा था. मैं न्यायालय के आदेश का सम्मान करता हूं. मैं कानून का पालन करूंगा. मैं सिर्फ यही उम्मीद करूंगा कि जांच एजेंसियां भी कानून का सम्मान करेंगी.