अपना छठा टेस्ट मैच खेल रहे हनुमा विहारी के लिए वेस्टइंडीज दौरा शानदार रहा है। 25 साल के हनुमा ने वेस्टइंडीज दौरे के अपने दूसरे ही मैच में अपना पहला टेस्ट शतक लगा दिया।शतक लगाने के बाद भावुक हनुमा विहारी ने अपने पिता का अपना पहला शतक समर्पित किया। बता दें कि हनुमा जब 12 साल के तभी उनके पिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। लेकिन अब बेटे ने पिता को याद करते हुए उन्हें अपने जीवन की पहली उपलब्धि समर्पित की।दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद हनुमा ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं कि अपना पहला शतक बना पाया। बेहद खुश हूं कि पहला टेस्ट शतक बना पाया। लंच तक मैं 84 रन पर था
और मुझे शतक बनाने में काफी समय लगा। हालांकि मैं इससे खुश हूं।उन्होंने आगे कहा, “जब मैं 12 साल का था तो मेरे पिता का देहांत हो गया था। इसलिए मैंने सोचा था कि जब अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक बनाऊंगा तो उसे पिता को समर्पित करूंगा। आज एक भावुक दिन है और मुझे उम्मीद है कि उन्हें मुझपर गर्व होगा।”विदेशी धरती पर अपना छठा मैच खेल रहे हनुमा पहले ही टेस्ट में ही यह कारनामा कर लेते लेकिन उस वक्त वो 93 रन पर ही आउट गए थे।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड रखने वाले हनुमा ने जमैका के सबीना पार्क में चल रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन एक बार फिर से टीम की पारी को संभाला। आउट होने से पहले उन्होंने 225 गेंदों में 16 चौकों की मदद से 111 रनों की पारी खेली और साथ ही इशांत शर्मा के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 112 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।बता दें कि हनुमा ने पिछले साल ही इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में टेस्ट डेब्यू किया था और तबसे लगातार विदेशी जमीन पर ही खेल रहे हैं। हनुमा अब तक छह टेस्ट मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक के साथ 403 रन बना चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने गेंदबाजी में भी 5 विकेट चटकाए हैं।