युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करने को बेताब होंगे। पहला टेस्ट भारत ने 318 रन से जीता था। सबीना पार्क में होने वाले दूसरे टेस्ट में कप्तान विराट की टीम की निगाहें क्लीन स्वीप करने पर होंगी। टी-20 और वनडे सीरीज टीम इंडिया पहले ही जीत चुकी है। गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि यहां के हालात और विकेट अच्छी नजर आ रही है। पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा अनुकुल परिस्थितियों में वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की तकनीकी खामियों का फायदा उठा सकते हैं। हालांकि पंत की बल्लेबाजी फॉर्म भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिंता का सबब है लेकिन फिर भी अंतिम एकादश में बदलाव की संभावना नजर नहीं आती।
रन न बनाने से ज्यादा पंत के आउट होने का तरीका चिंताजनक है। भारतीय थिंकटैंक ने 21 साल के रूड़की के इस युवा से बड़ी उम्मीदें लगा रखी हैं। इस दौरे में विभिन्न प्रारूपों में उन्होंने क्रमश: 00, 04, 65*, 20, 00, 24 और 07 रन बनाए हैं। ड्रेसिंग रूम में ऋद्धिमान साहा भी हैं। ऐसे में पंत चीजों को हल्के में नहीं ले सकते। ओपनर मयंक अग्रवाल पहले टेस्ट में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन उन्हें फिर से मौका मिलने की उम्मीद है। उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के लय में आने से भारतीय मध्यक्रम अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। पहली पारी में उन्होंने अर्द्धशतक और दूसरी पारी में शतक लगाया। दूसरी पारी में 93 रन बनाने वाले हनुमा विहारी ने भी अपने चयन को सार्थक किया है। हनुमा के प्रदर्शन से रोहित शर्मा का टेस्ट टीम में वापसी का इंतजार बढ़ गया है।
हालांकि मयंक अगर बेहतर नहीं कर पाए तो उन्हें ज्यादा मौका मिलना मुश्किल नजर आ रहा है क्योंकि रोहित जैसे बल्लेबाज बाहर बैठे हैं और भारत को इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलनी है। उपमहाद्वीप में रोहित उपयोगी साबित हो सकते हैं जहां लाल गेंद ज्यादा मूव नहीं करेगी। पहले टेस्ट में तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। इशांत और बुमराह पांच-पांच विकेट लेने में सफल रहे। मोहम्मद शमी ने भी प्रभावी गेंदबाजी की। रविंद्र जडेजा बतौर ऑलराउंडर छाप छोड़ने में सफल रहे। वेस्टइंडीज की ओर से कोई भी बल्लेबाज दोनों पारियों में एक भी अर्द्धशतक नहीं जड़ सका। प्रतिभाशाली शिमरोन हेतमायर और शाई होप बेहतर नहीं कर सके जबकि आमतौर पर अच्छा करने वाले रोस्टन चेज दूसरी पारी में उतना अच्छा करते नजर नहीं आए। नई गेंद से शेनन ग्रैबिएल और केमोर रोच ने दूसरे छोर से पूरा समर्थन न मिलने के बावजूद अच्छा प्रभाव दिखाया।