कोलंबो: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच में जीत दर्ज करने के बाद मेजबान श्रीलंका को दूसरे टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा. कोलंबो में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को 65 रन और पारी से मात देकर सीरीज को 1-1 से बराबर कर लिया. श्रीलंका टीम की 244 रनों की पारी के जवाब में खेलने उतरी कीवी टीम ने अपनी पहली पारी में 431 रन बनाकर 187 रनों की बढ़त ले ली. इसके बाद दूसरी पारी खेलने उतरी श्रीलंकाई टीम को उसने 122 रनों पर ही ढेर कर दिया. मैच में हार के बाद श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने खराब शॉट-चयन के लिए टीम के बल्लेबाजों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी आजादी का इस्तेमाल थोड़ा विवेकपूर्ण ढंग से करना चाहिए था. दिमुथ करुणारत्ने ने मैच के बाद के कहा, ‘जब मैं कहता हूं कि खिलाड़ियों को स्वतंत्र होकर खेलना चाहिए तो इसका यह मतलब नही होता कि आप हर गेंद को हिट करे. यह आपके दिमाग को किसी भी दबाव से मुक्त रखने के बारे में था.’
उन्होंने कहा, ‘यदि आप किसी भी समय ऐसा महसूस करते हैं कि आपको रिवर्स स्वीप खेलना चाहिए, लेकिन आप खुद को रोकते हैं तो आप खुद को प्रतिबंधित कर रहे हैं. लेकिन स्वतंत्रता का मतलब हर गेंद पर स्विंग करना नहीं है. यह आत्मविश्वास के साथ खेलने के बारे में है. कई बार मुझे लगा कि हमारे खिलाड़ियों में धैर्य की कमी है. एक टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण है और बल्लेबाजों को पता होना चाहिए कि स्थिति के अनुसार कैसे खेलना है. उन्हें पता होना चाहिए कि उस स्वतंत्रता का कैसे इस्तेमाल करना है.’ बल्लेबाजों के साथ ही करुणारत्ने ने टीम के गेंदबाजों की भी आलोचना की, क्योंकि न्यूजीलैंड टीम जब 84/3 के स्कोर को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही थी तब मेजबान टीम के गेंदबाज इसका फायदा नहीं उठा सके. उन्होंने कहा, ‘हमें पहले तीन बल्लेबाजों के विकेट जल्दी मिल गए और मुझे लगा कि हमें दूसरे विकेट भी आसानी से मिल जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की. इसका एक कारण पिच का सूख जाना भी था जिसके चलते वहां मौजूद नमी गायब हो गई. इसके बावजूद मुझे लगता है कि हम बेहतर गेंदबाज़ी कर सकते थे, लेकिन नहीं कर पाए.’