सीतापुर : उन्नाव में दुष्कर्म का शिकार बनी नाबालिग की कार की रायबरेली में दुर्घटना के मामले में जांच कर रही सीबीआइ की टीम ने सुप्रीम कोर्ट के 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश पर पड़ताल तेज कर दी है। दुष्कर्म के साथ ही दुष्कर्म पीड़िता की दुर्घटना की जांच कर रही सीबीआइ की टीमों ने आज लखनऊ के ट्रामा सेंटर के साथ ही सीतापुर जेल तथा उन्नाव के माखी गांव में पड़ताल की।
सीतापुर जेल में सीबीआइ टीम के पहुंचने से वहां पर खलबली मच गई। सीतापुर जेल में उन्नाव में नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बंद है। सीबीआइ की टीम सीतापुर जेल में करीब दो बजे पहुंची। माना जा रहा है कि टीम यहां पर विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ करेगी। लखनऊ से सीतापुर पहुंची टीम में चार अफसर हैं।
जेल प्रांगण में प्रवेश से पहले सीबीआइ के इंस्पेक्टर ने अपना परिचय दिया। इसके बाद चारों अधिकारी जेल के अंदर दाखिल हो गए। सीबीआइ टीम यहां पर रायबरेली में सड़क दुर्घटना में नामजद विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ के लिए आई है। संभावना यह भी है कि सीबीआइ टीम उन्नाव के माखी दुष्कर्म कांड के आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर साथ ही जाएगी। इस संबंध में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं था। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ करने के लिए सीबीआई की टीम शनिवार को सीतापुर जेल पहुंची। सीबीआई टीम में चार अफसर मौजूद हैं। टीम आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ कर रही है। इस दौरान सीतापुर के जेल अधीक्षक को सीबीआई टीम ने परिसर से बाहर कर दिया।
टीम ने आज किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में पीड़िता के परिवार के लोगों से पूछताछ की। सीबीआई की एक महिला अधिकारी भी दुष्कर्म पीड़िता की तबीयत के बारे में जानकारी लेने सीसीयू वार्ड में भी गई। यहां पर भी पड़ताल की गई। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के जानलेवा एक्सीडेंट की गुत्थी सुलझाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) की टीम लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची। जहां पीड़िता और उसके वकील भर्ती है। सीबीआई की टीम पीड़ितापरिवार वालों से भी मिली। सीबीआइ लखनऊ की ज्वाइंट डायरेक्टर संपत मीणा ने आज ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों से भी तबीयत के बारे में पूछताछ की।लखनऊ से सीबीआइ की तीन सदस्यीय टीम दुष्कर्म कांड की रिपोर्ट लेने उन्नाव के माखी थाना पहुंची।
टीम ने यहां पर माखी गांव में पीड़िता तथा वकील के घर की सुरक्षा का भी जायजा लिया है। दिल्ली सीबीआइ के अधिकारियों ने माखी थाने के कई पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। दरअसल, अप्रैल 2018 में शुरू हुए प्रकरण के दौरान माखी थाने में तैनात पुलिसकर्मियों और तब से वर्तमान तक थाना में तैनात रहे अधिकारियों को सीबीआइ ने पूछताछ के लिए बुलाया। प्रमुख रूप से थाना प्रभारी, हल्का इंचार्ज और पीड़ित परिवार की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों से दिनभर पूछताछ की गई। सीबीआइ ने माखी थाने के 25 और हादसे के दिन पीड़िता की सुरक्षा में तैनात तीन पुलिसकर्मियों को बुलाया था। इसमें 19 महिला और नौ पुरुष पुलिसकर्मी शामिल थे। कई तत्कालीन पुलिसकर्मी भी बुलाए गए थे। सीबीआइ ने पीड़ित किशोरी व परिवारीजन को दी जा रही धमकियों व स्थानीय पुलिस की भूमिका के अलावा माखी दुष्कर्म कांड को लेकर भी पुलिसकर्मियों से सवाल किए।